कैराना-नूरपुर उपचुनाव में हार से भाजपा का सत्ता से विदाई का मार्ग प्रशस्त

उपचुनाव में हार से विपक्ष का मानना है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में इसका असर दिखेगा। घर-घर मोदी का नारा देने वाली जनता बाय-बाय मोदी कहने को तैयार है।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Thu, 31 May 2018 10:25 PM (IST) Updated:Fri, 01 Jun 2018 10:23 AM (IST)
कैराना-नूरपुर उपचुनाव में हार से भाजपा का सत्ता से विदाई का मार्ग प्रशस्त
कैराना-नूरपुर उपचुनाव में हार से भाजपा का सत्ता से विदाई का मार्ग प्रशस्त

लखनऊ (जेएनएन)। कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिली पराजय से विपक्षी नेताओं के चेहरे चमक गए हैं। सत्ता से भाजपा की विदाई का मार्ग प्रशस्त होने का दावा करते विपक्ष का मानना है कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भी इसका असर दिखेगा। घर-घर मोदी का नारा देने वाली जनता अब बाय-बाय मोदी कहने को तैयार हो गई है।

अब बाय-बाय मोदी का नारा

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने गठबंधन के प्रत्याशियों की जीत पर खुशी जताते हुए कैराना और नूरपुर क्षेत्र के जागरूक मतदाताओं का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों के उपचुनावों में भी भाजपा के खिलाफ आमजनता का आक्रोश खुलकर सामने आया। जुमलेबाजी और झूठे वादे करने वालों की करारी हार है। धर्म व जाति के नाम पर समाज को बांटने वालों को जनता ने करारा जवाब दिया। पेट्रोल- डीजल के मूल्यों में लगातार 15 दिन तक बेतहाशा वृद्धि करने और एक पैसे की कमी कर जनता के साथ मजाक करने वालों को जनता ने आईना दिखा दिया। यह 2019 के लोकसभा चुनाव का ट्रेलर है। घर-घर मोदी का नारा देने वालों को जनता अब बाय-बाय मोदी कह रही है।

किसानों से धोखा भारी पड़ा : रालोद

राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद ने गठबंधन की जीत को चौधरी चरण सिंह की नीतियों पर जनता का भरोसा कहा। उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों का दुष्परिणाम भाजपा को भुगतना पड़ा है और आगे भी झेलना पड़ेगा। गरीब, किसान व मजदूरों के साथ किया धोखा भाजपा को भारी पड़ा। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों की अभूतपूर्व एकता आगे भी बनी रहेगी। सांप्रदायिक ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए जनता ने जिन्ना पर गन्ना ही भारी है सिद्ध कर दिया।

chat bot
आपका साथी