ऑनलाइन भवन कर जमा करना सुरक्षित, नगर निगम की वेबसाइट का करें इस्तेमाल

नगर निगम की वेबसाइट का इस्तेमाल कर जमा करें भवन कर दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह ने दिया सुझाव।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Wed, 24 Jun 2020 08:39 PM (IST) Updated:Thu, 25 Jun 2020 07:14 AM (IST)
ऑनलाइन भवन कर जमा करना सुरक्षित, नगर निगम की वेबसाइट का करें इस्तेमाल
ऑनलाइन भवन कर जमा करना सुरक्षित, नगर निगम की वेबसाइट का करें इस्तेमाल

लखनऊ, जेएनएन। भवन के कर निर्धारण में समस्या हो या बिल संबंधित परेशानियां हों, अपने जोन कार्यालय में प्रार्थना पत्र दें। आपकी समस्या का समाधान होगा। साथ ही भवन कर जमा करने से लेकर उसके विषय में विस्तृत जानकारी के लिए नगर निगम की वेबसाइट का इस्तेमाल करें। ऑनलाइन भवन कर जमा करना पूरी तरह सुरक्षित है। ये बातें बुधवार को दैनिक जागरण कार्यालय में आयोजित प्रश्न पहर कार्यक्रम में नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह ने कहीं। इस दौरान उन्होंने पाठकों के सवालों के जवाब भी दिए।

सवाल : मेरा एक घर लखनऊ में है। इस बार बिल में गलत पता लिखकर आया है।

- श्याम प्रकाश चौरसिया, दुर्गापुरी

जवाब : आप एक प्रार्थना पत्र दें। संशोधन हो जाएगा।

सवाल : मेरा मकान खंडहर हो चुका है। उसके भवन कर कैसे संशोधित होगा।

- उर्मिला तिवारी, अमीनाबाद

जवाब : नगर आयुक्त कार्यालय में सभी दस्तावेज के साथ प्रार्थना पत्र दें। नियमानुसार समाधान होगा।

सवाल : 20 साल पहले प्लॉट खरीदा था। अभी तक कोई बिल नहीं आया।

- शुभम सिंह, दुबग्गा

जवाब : संबंधित जोन में बात कर समस्या का समाधान कराया जाएगा।

सवाल : भवन कर अचानक बढ़कर आ गया।

- एचएन निगम, गोमतीनगर

जवाब : जोन चार में प्रार्थना पत्र दें। नियमानुसार संशोधन हो जाएगा।

सवाल : कर निर्धारण सही नहीं हो रहा।

- डीएन मिश्र, पारा

जवाब : शिकायतों का निस्तारण हो रहा है। जल्द ही और सुधार होगा।

सवाल : भवन कर तीन गुना आ गया। कोई सुनवाई नहीं हो रही।

- आरसी दीक्षित, विवेक खंड

जवाब : भवन कर के बिल के साथ एक प्रार्थना पत्र दें। समाधान कराया जाएगा।

सवाल : भवन कर के लिए नाम संशोधित होना है। कोई सुनवाई नहीं हो रही।

- राकेश मौर्या, घसियारी मंडी

जवाब : घर के सभी दस्तावेज के साथ कार्यालय में प्रार्थना पत्र दें। जल्द आपकी समस्या का समाधान कराया जाएगा।

सवाल : भवन कर जमा करने के बाद भी बढ़कर बिल आ गया। संशोधन के प्रार्थना पत्र पर कोई सुनवाई नहीं हुई।

- अशोक श्रीवास्तव, चिनहट

जवाब : जांच कर संशोधित कराया जाएगा।

सवाल : भवन कर बढ़कर आया है।

- मुन्नू लाल शुक्ल, एसएफ कॉलोनी

जवाब : प्रार्थना पत्र दें। समाधान होगा।

सवाल : नाम परिवर्तन के लिए तीन साल से परेशान हैं। कई बार प्रार्थना पत्र देने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही।

- डॉ. राघवेंद्र शुक्ल, गोमतीनगर

जवाब : संबंधित अधिकारी से बात कर जल्द समस्या का समाधान कराया जाएगा।

सवाल : एक ही टाइप के भवन होने के बाद भवन कर अलग-अलग क्यों आ रहा है।

- एसजे मौर्या, अलीगंज

जवाब : ऐसा कैसे हुआ, इसकी जांच कराई जाएगी।  

सवाल : बेटे ने मकान लिया है। म्युटेशन कराना है।

- विजय पाल भदौरिया, वृंदावन कॉलोनी

जवाब : घर की रजिस्ट्री की कॉपी के साथ नगर निगम में प्रार्थना पत्र देना होगा। नियमानुसार म्युटेशन हो जाएगा।

सवाल : क्या एक साथ पांच साल का भवन कर जमा हो सकता है।

- रमेश विश्वकर्मा, चिनहट

जवाब : ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।

सवाल : मेरा भवन कर में पता गलत है।

- जेएन मणि त्रिपाठी, सरोजनीनगर

जवाब : प्रार्थना पत्र दीजिए।

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