शिवपाल यादव का नया राजनीतिक दल अब प्रगतिशील समाजवादी पार्टी

शिवपाल सिंह यादव अब प्रगतिशील समाजवादी पार्टी नाम से अपना राजनीतिक दल बना रहे हैं। उनके साथ बड़ी संख्या में सपा समर्थक एकजुट हो चुके हैं।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Thu, 27 Sep 2018 11:32 PM (IST) Updated:Sun, 30 Sep 2018 11:28 PM (IST)
शिवपाल यादव का नया राजनीतिक दल अब प्रगतिशील समाजवादी पार्टी
शिवपाल यादव का नया राजनीतिक दल अब प्रगतिशील समाजवादी पार्टी

लखनऊ (जेएनएन)। पहले शिवपाल सिंह यादव फैंस एसोसिएशन और फिर समाजवादी सेक्युलर मोर्चा गठित कर धीरे-धीरे समाजवादी पार्टी के विद्रोह के स्वरों में अपना बनाने वाले सपा विधायक शिवपाल लोकसभा चुनाव से पहले नई राजनीतिक पार्टी बनाने में जुट गए हैं। उन्होंने इसके लिए चुनाव आयोग में दस्तक दी है। समझा जाता है कि शिवपाल प्रगतिशील समाजवादी पार्टी नाम से अपना राजनीतिक दल बना सकते हैं। शिवपाल का दावा है कि जनता उसके साथ है।

संगठन को विस्तार देने में लगे

दरअसल, शिवपाल यादव ने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के मंडल अध्यक्ष और प्रवक्ताओं की टीम घोषित कर दी है। इसके जरिये वह संगठन को विस्तार देने में लगे हैं। सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के कई करीबी शिवपाल के साथ खड़े हो गए हैं। मुलायम के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में उनके प्रतिनिधि पूर्व विधायक राम दर्शन यादव, पूर्व मंत्री शादाब फातिमा, शारदा प्रताप शुक्ला, डॉ. सीपी राय समेत कई पुराने नेता भी शिवपाल के साथ आ गए हैं।

अब अपनी खुद की जमीन 

शिवपाल इस समय जसवंतनगर क्षेत्र के सपा के विधायक हैं। अगर उनकी अगुवाई में नई पार्टी पंजीकृत हुई तो उनकी विधानसभा की सदस्यता पर भी खतरा हो सकता है। शिवपाल ने राजनीतिक दल के गठन से पहले ही यह एलान कर दिया था कि वह मुलायम सिंह यादव को मैनपुरी से अपना प्रत्याशी बनाएंगे। हालांकि मुलायम दिल्ली में सपा की साइकिल यात्रा के समापन में अखिलेश के मंच पर जाकर यह स्पष्ट कर दिया कि वह बेटे के ही साथ रहेंगे। मुलायम के इस पैंतरे से शिवपाल को झटका भी लगा। इसीलिए वह अब अपनी खुद की जमीन तैयार करने के लिए पूरी ताकत से सक्रिय हो गए हैं। 

बंद कमरों में बैठकर बना रहे कानून : शिवपाल

पूर्व कैबिनेट मंत्री और समाजवादी सेक्युलर मोर्चा संयोजक शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि आंबेडकर व लोहिया ने एससीएसटी, ओबीसी व अल्पसंख्यकों के लिए जो सपने देखे थे, संविधान में अधिकार मिलने के बावजूद वे पूरे नहीं हुए हैं। एसी कमरों में बैठकर ऐसे कानून बनाए जा रहे हैं, ताकि 15 फीसदी अगड़ी जाति के लोगों को लाभ मिल सके। यही लोग कैशलेस का कानून बना रहे हैं। शिवपाल यादव बहुजन क्रांति मोर्चा द्वारा सरकार की बहुजन विरोधी नीतियों के विरोध में रैली में थे। उन्होंने कहा कि जब तक 85 प्रतिशत लोगों को न्याय नहीं मिलेगा, देश खुशहाल नहीं हो सकता। दूसरी ओर सहारनपुर जाते समय शिवपाल यादव कुछ देर मेरठ के मोदीपुरम में रुके। उन्होंने कहा कि बड़े भाई मुलायम सिंह यादव को उन्होंने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा से 2019 में चुनाव लडऩे का ऑफर दिया है। चुनाव में पता चलेगा कि जनता किसके साथ है। बातचीत में शिवपाल यादव ने कहा कि जल्द ही मोर्चा की कमेटियों का गठन होगा। 

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