ट्रेन चलने से पहले हर सीट की होगी जांच, पुष्‍पक एक्‍सप्रेस के हादसे के बाद खुली आंखें Lucknow News

पुष्‍पक एक्‍सप्रेस की बर्थ की क्लिप टूटने के बाद जागा रेल प्रशासन अब ट्रेन चलने से पहले हर सीट की होगी जांच।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sun, 08 Dec 2019 08:26 AM (IST) Updated:Sun, 08 Dec 2019 08:26 AM (IST)
ट्रेन चलने से पहले हर सीट की होगी जांच, पुष्‍पक एक्‍सप्रेस के हादसे के बाद खुली आंखें Lucknow News
ट्रेन चलने से पहले हर सीट की होगी जांच, पुष्‍पक एक्‍सप्रेस के हादसे के बाद खुली आंखें Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। अब लखनऊ जंक्शन से आरंभ होने वाली सभी ट्रेनों की सीटों की जांच उसके रवाना होने से पहले की जाएगी। रेलवे ने ट्रेनों की मरम्मत करने वाली कोचिंग डिपो में सीटों की मॉनिटरिंग की व्यवस्था लागू कर दी है। साथ ही जिन कोच फैक्ट्री में इनको बनाया जाता है, साथ ही कैरिज वर्कशॉप में भी सीटों की जांच करायी जाएगी।

दरअसल, पिछले दिनों लखनऊ से मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस की एसी थर्ड बोगी बी-1 की सीट नंबर 24 पर महिला यात्री ईशानी चढ़ रही थी। इस बीच सीट टूट गई। ईशानी नीचे की सीट पर गिर गई। जिससे उनके पैर में चोट लग गई। चोट अधिक होने से ईशानी को अपनी यात्र निरस्त करना पड़ा था। इस मामले में पूवरेत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के अधिकारियों ने ऐशबाग कोचिंग डिपो का निरीक्षण किया था। वहां सीटों की मरम्मत के लॉगबुक की जांच के बाद एक रेलकर्मी को निलंबित कर दिया गया था। वहीं भविष्य में ऐसी घटना न हो सके।

इसके लिए डीआरएम डॉ. मोनिका अग्निहोत्री ने मॉनिटरिंग सिस्टम विकसित करने के आदेश दिए थे। रेलवे के यांत्रिक अनुभाग ने हर बोगी की मॉनिटरिंग का सिस्टम बना दिया है। हर बोगी की जिम्मेदारी के लिए कर्मचारी की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। नियमित परीक्षण के बाद कर्मचारी हर सीट की स्थिति की जांच करेगा। यदि इस दौरान किसी सीट में कोई गड़बड़ी पकड़ी गई तो मौके पर ही उसे ठीक कराया जाएगा। ठीक न कर पाने की दशा में बोगी को बदला जाएगा। सीटों की नियमित जांच का एक रिकार्ड भी बनेगा। वहीं रेल कोच फैक्ट्री को भी पूवरेत्तर रेलवे मुख्यालय ने पत्र भेजा है। जिसमें बोगियों की सीटों की गुणवत्ता की जांच के बाद ही उसे संचालन के लिए बाहर निकालने के निर्देश दिए गए हैं।

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