सऊदी अरब से सबक लें फतवा जारी करने वालेः निरंजन ज्योति

केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि भारत माता की जय न बोलने वाले देश के हितैषी कतई नहीं हैं। उन्होंने भारत माता की जय के खिलाफ फतवा जारी करने वालों को सऊदी अरब से सबक लेने की नसीहत दी है।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Tue, 05 Apr 2016 07:52 PM (IST) Updated:Wed, 06 Apr 2016 09:00 AM (IST)
सऊदी अरब से सबक लें फतवा जारी करने वालेः निरंजन ज्योति

लखनऊ। केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि भारत माता की जय न बोलने वाले देश के हितैषी कतई नहीं हैं। उन्होंने भारत माता की जय के खिलाफ फतवा जारी करने वालों को सऊदी अरब से सबक लेने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि अब ओवैसी के बयान की कोई चर्चा नहीं हो रही है। जिस देश में जन्म लिया, जिसकी रोटी खाते हैं उसी देश की जय बोलने में शर्म महसूस करते हैं अब यह नहीं चलेगा।

संघर्ष का रास्ता शांतिपूर्ण हो

बस्ती में निषाद राज गुह्य की जयंती समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि निषाद समुदाय अपना इतिहास याद रखे और अधिकार के लिए संघर्ष करे। संघर्ष का रास्ता शांति का होना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है जो निषाद समुदाय का मान और हित सुरक्षित रख सकती है। यूपी का चुनाव होने वाला है ऐसे में समुदाय के लोगों को किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए। अपनी बात आगे बढ़ाते हुए समुदाय के लोगों से कहा कि हमारा इतिहास भगवान श्रीराम से शुरू होता है। महाभारत में निषाद कन्या सत्यवती ने जो योगदान दिया उसकी गाथा आज भी गाई जाती है। हमारा अतीत गौरवशाली रहा है। वर्तमान समय में हमारे समाज की दशा ठीक नहीं है। हम सदियों से समाज की सेवा करते आ रहे हैं पर आज हमारे पास न तो शिक्षा है और न ही रोजगार। स्थायी रोजगार, व्यवसाय नगण्य है।

'सऊदी अरब से सबक लें फतवा जारी करने वाले'

फैजाबाद में महाराजा निषाद राज व महर्षि कश्यप जयंती समारोह में शामिल होने आई साध्वी ने कहा कि सऊदी अरब ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा और सऊदी अरब की धरती पर ही 'भारत माता की जय' भी गूंजा जबकि भारत में इस नारे के खिलाफ फतवा दिया जा रहा है। उन्होंने इसे देश के खिलाफ कुचक्र बताया। कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भी फतवे जारी होने चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं होता।

साध्वी ने भगत ङ्क्षसह से कन्हैया की तुलना किए जाने पर भी निशाना साधा। कहा कि इस तुलना से शहीदों की आत्मा को भी कष्ट हुआ। सपा को सबसे बड़ी सांप्रदायिक पार्टी बताते हुए कहा कि सपा सरकार मौतों पर भी भेदभाव करती है। आगरा में निषाद समाज के एक युवक की हत्या हुई, लेकिन कोई उसके घर झांकने नहीं गया, वहीं मायावती को पत्थरों के अलावा कुछ नहीं दिखता। निषाद समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करने के मसले पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार बनने पर राज्यसभा में भी सरकार मजबूत होगी, तभी इसे कानून की शक्ल दी जा सकेगी। इस मौके पर सांसद लल्लू सिंह ने ऐलान किया कि वह दलित समाज के 25 बच्चों को कक्षा एक से लेकर 12वीं तक पढ़ाई की जिम्मेदारी उठाएंगे। निषाद समाज की मांग पर 300 सौ हैंडपंप लगवाने की भी घोषणा की।

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