NBRI से विकसित किडनी स्टोन की हर्बल औषधि, KGMU में होगा ट्रायल Lucknow News
लखनऊ एनबीआरआइ द्वारा तैयार दवा का ट्रायल केजीएमयू में शुरू हुआ।
लखनऊ, जेएनएन। राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआइ) द्वारा विकसित किडनी स्टोन की हर्बल औषधि जल्द बाजार में उपलब्ध होगी। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में इस दवा का परीक्षण शुरू हो चुका है। वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी तक के परीक्षण काफी उत्साहवर्धक हैं।
औषधि को गंगा के मैदानी क्षेत्र में पाए जाने वाले पांच पौधों से तैयार किया गया है। ह्यूमन ट्रायल के लिए ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया से अनुमति प्राप्त मिलने के बाद केजीएमयू के सहयोग से परीक्षण शुरू किया गया है। जल्द ही ट्रायल पूरे हो जाएंगे जिसके बाद इसे मार्केट में पेश कर दिया जाएगा।
फार्माकाग्नोसी डिवीजन के डॉ.शरद श्रीवास्तव बताते हैं कि किडनी स्टोन के लिए बाजार में जो दवाएं उपलब्ध हैं उनमें 22 व 27 तत्वों का प्रयोग किया गया। मात्र पांच वनस्पतियों से तैयार यह दवा कहीं ज्यादा प्रभावी भी है। यही नहीं वनस्पतियां भी बहुतायत में उपलब्ध हैं, जिससे औषधि निर्माण के लिए कच्चे माल की भी समस्या नहीं रहेगी। वैज्ञानिकों का दावा है कि स्टोन के लिए जो एलोपैथिक दवा टेमसुलोसिन दी जाती है, हर्बल दवा उसके समान ही असरदार है। साथ ही हर्बल होने के कारण इसकाa कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता।
क्या हैं विशेषताएं ?
शोध में शामिल डॉ.अंकिता श्रीवास्तव बताती हैं कि नई औषधि किडनी स्टोन का साइज कम कर उसे गलाने के साथ स्टोन से होने वाले जख्म को ठीक करती है। यही नहीं, लिथोट्रिप्सी से जो कॉर्टियल टिश्यू क्षतिग्रस्त हो जाते हैं उसे भी दुरुस्त करती है।