गाजियाबाद हादसे में योगी सरकार की कार्रवाई, EO निहारिका चौहान निलंबित; रिटायर्ड JE पर भी एक्शन के निर्देश

गाजियाबाद के मुरादनगर के अंत्येष्टि स्थल हादसे में नगर पालिका की ईओ निहारिका चौहान को निलंबित कर दिया है। सेवानिवृत्तजेई चन्द्रपाल सिंह पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही निर्माण की थर्ड पार्टी ऑडिट करने वाली लोक निर्माण विभाग की टीम पर भी कार्रवाई होगी।

By Umesh Kumar TiwariEdited By: Publish:Mon, 04 Jan 2021 10:54 PM (IST) Updated:Tue, 05 Jan 2021 12:22 AM (IST)
गाजियाबाद हादसे में योगी सरकार की कार्रवाई, EO निहारिका चौहान निलंबित; रिटायर्ड JE पर भी एक्शन के निर्देश
गाजियाबाद के मुरादनगर हादसे में नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी निहारिका चौहान को निलंबित कर दिया गया है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गाजियाबाद के मुरादनगर के अंत्येष्टि स्थल की छत गिरने के मामले में नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी (ईओ) निहारिका चौहान को निलंबित कर दिया है। सेवानिवृत्त हो चुके जेई चन्द्रपाल सिंह के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही इस निर्माण की थर्ड पार्टी ऑडिट करने वाली लोक निर्माण विभाग की टीम पर भी कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है।

नगर विकास विभाग ने मुरादनगर के अंत्येष्टि स्थल की छत गिरने के मामले सोमवार को बैठक की। इसमें प्रमुख सचिव नगर विकास दीपक कुमार ने ईओ मुरादनगर को तत्काल निलंबित कर दिया है। उन्होंने अवकाश प्राप्त कर चुके जेई चन्द्रपाल सिंह पर भी कार्रवाई के लिए कहा है। निहारिका और चन्द्रपाल सिंह को पुलिस ने रविवार रात ही गिरफ्तार कर लिया था।

साथ ही 14वें वित्त आयोग से नगर पालिका परिषद को कितना पैसा मिला और कितना खर्च किया गया, इसकी जांच की जाएगी। प्रमुख सचिव ने थर्ड पार्टी ऑडिट करने वाले लोक निर्माण विभाग को भी पत्र लिखा है। इसमें थर्ड पार्टी ऑडिट करने वाले अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंताओं की भूमिका की जांच कर कार्रवाई के लिए कहा गया है। 

यह है पूरा मामला : गाजियाबाद के उखलारसी गांव मेें बुजुर्ग जयराम की बीमारी से मौत हो गई थी। रविवार को उनके अंतिम संस्कार के लिए स्वजन, रिश्तेदार और ग्रामीण उखलारसी में अंत्येष्टि स्थल पर पहुंचे थे, जहां अंत्येष्टि स्थल की गैलरी की छत ढहने से उसके नीचे दबकर 24 लोगों की मौत हो गई थी और 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिवार को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की बात कही है। प्राथमिक जांच में निर्माण में बेहद घटिया सामग्री के इस्तेमाल की बात सामने आई है। नगरपालिका ने दो माह पहले ही इसका निर्माण कराया था।

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