सीतापुर: पिसावां के निजी अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत, डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप

सीतापुर के पिसावां कस्बे के निजी अस्पताल में शनिवार रात जच्चा-बच्चा की मौत होने का मामला सामने आया है। परिवारीजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में अनदेखी करने का आरोप लगाया है। डॉक्टर ने हालत बिगड़ने पर रेफर किया।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sun, 08 Nov 2020 09:17 AM (IST) Updated:Sun, 08 Nov 2020 09:17 AM (IST)
सीतापुर: पिसावां के निजी अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत, डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप
सीतापुर के निजी अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत, डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगा।

सीतापुर, जेएनएन। पिसावां कस्बे के निजी अस्पताल में शनिवार रात जच्चा-बच्चा की मौत होने का मामला सामने आया है। पूर्णागिरि मोहल्ला निवासी सूरज  जोशी ने बताया कि उसकी पत्नी पूनम जोशी के गर्भ में तीसरा बच्चा था। पड़ोस की निवासी पूनम शाही का पिसावां कस्बे में निजी क्लीनिक है। पूनम की सलाह पर वह अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए उनके निजी क्लीनिक पर ले गया था। कथित डॉक्टर पूनम ने सूरज से गर्भवती का ऑपरेशन करने को बोला था।

सूरज जोशी ने बताया कथित डॉक्टर पूनम ने उससे यह भी कहा था कि जच्चा की वह जान बचा सकती है, पर जीवित बच्चा दे पाने की वह गारंटी नहीं लेती है। सूरज ने बताया कि डॉक्टर पूनम कि इस बात पर उसने अपनी पत्नी के जीवित रहने के लिए ज्यादा जोर दिया था। सूरज ने यह भी बताया कि, पत्नी की डिलीवरी के लिए डॉक्टर ने उसे कुल 40 हजार रुपये मांगे थे, जिस पर उसने 30 हजार रुपये डॉक्टर को उपलब्ध भी करा दिए थे। शेष धनराशि सुरक्षित डिलीवरी के बाद देने की बात तय हुई थी। सूरज ने बताया कि रात में जब उसकी पत्नी की हालत बिगड़ी तो डॉक्टर ने खुद के पैसे से वाहन बुक करा कर उसे लखनऊ भिजवा देने को कहा लेकिन सूरज डॉक्टर की इस बात पर राजी नहीं हुआ कुल मिलाकर डिलीवरी से पहले ही प्रसव पीड़ा में उसकी पत्नी की जान चली गई।

कथित डॉक्टर की अनदेखी में गई पूनम की जान

सूरज जोशी ने बताया कि,  उसकी पत्नी पूनम जोशी को काफी प्रसव पीड़ा हो रही थी, लेकिन डॉक्टर उसकी पीड़ा की लगातार अनदेखी कर रही थी। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी से सबसे बड़ी 5 वर्षीय बेटी सौम्या और चार वर्ष का बेटा रौनक है।

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