बढेगी मोनू की भी मुसीबत

लखनऊ (जागरण ब्यूरो)। फैजाबाद कचहरी में हमले में घायल सुल्तानपुर के ब्लाक प्रमुख यशभद्र सिंह

By Edited By: Publish:Sat, 12 Jul 2014 12:50 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jul 2014 12:50 PM (IST)
बढेगी मोनू की भी मुसीबत

लखनऊ (जागरण ब्यूरो)। फैजाबाद कचहरी में हमले में घायल सुल्तानपुर के ब्लाक प्रमुख यशभद्र सिंह उर्फ मोनू की भी मुश्किलें बढ़ेंगी। मोनू के समर्थकों की जवाबी फायरिंग से हमलावर साहिल की मौत हो गयी। मौके से प्रतिबंधित नाइन एमएम के खोखे मिले हैं। अब पुलिस के लिए सघन जांच का विषय यही है। प्रतिबंधित बोर के असलहे क्या मोनू या उनके लोग लाए थे। पुलिस महानिरीक्षक एसटीएफ सुजीत पाण्डेय का कहना है कि इसकी जांच की जा रही है।

पिता की हत्या का बदला लेने के लिए मोनू ने जरायम की राह पकड़ी तो दुश्मनी के कई कोण बन गए। सुरक्षा व संघर्ष के लिए मोनू की टीम में भी दबंग और आपराधिक प्रवृत्ति के लोग शामिल हुए। पुलिस छानबीन में लगी है कि मोनू के साथ पेशी पर कौन लोग गए थे और उनका इतिहास क्या है। पुलिस इस गैंगवार के संभावित परिणामों का भी आकलन कर रही है। संत ज्ञानेश्वर के मारे जाने के तकरीबन आठ वर्ष बाद मोनू पर हमले से यह भी संकेत मिला है कि उनके शिष्यों की मंडली शांत नहीं है।

इधर, हमले का मास्टर माइंड आगरा निवासी जयनेन्द्र यह बता चुका है कि छूटने पर जरूर मोनू-सोनू पर हमला करेगा। उच्चाधिकारी दोबारा गैंगवार न होने के लिए दोनों पर अंकुश लगाने की कार्य योजना तैयार कर रहे हैं। इसी कड़ी में फैजाबाद कोतवाली में मोनू पर मुकदमा भी दर्ज कराया जा चुका है जिसकी तफ्तीश में मोनू के असलहों और सहयोगियों की भी छानबीन होनी है।

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सच उगलवाएगी पुलिस

मोनू पर हमला करने वाले गिरोह के मास्टर माइंड जयनेन्द्र कुमार शर्मा से पुलिस सच उगलवाएगी। आइजी एसटीएफ सुजीत पाण्डेय के मुताबिक कल पुलिस ने जयनेन्द्र को रिमांड पर मांगा, लेकिन इस मामले में 14 जुलाई को सुनवाई होगी। पूरी उम्मीद है कि अदालत जयनेन्द्र को पुलिस रिमांड पर दे देगी। पुलिस जयनेन्द्र के बाकी सहयोगियों और उसकी कार्य योजना की जानकारी लेगी। मसलन, जयनेन्द्र कुमार शर्मा क्या मारे गए लेखपाल रामकुमार यादव की पत्नी कमला देवी व पूर्व मंत्री विनोद सिंह के सम्पर्क में था। उसे स्थानीय स्तर पर रेकी में किसने सहयोग किया। बम व असलहे क्या वह नेपाल से लेकर आए थे या स्थानीय स्तर पर मुहैया कराया गया। क्या कमला देवी और विनोद सिंह के अलावा कोई और भी उनकी मदद में था। उनकी अगली कार्य योजना क्या हो सकती है और अब गिरोह में कौन कमान संभाल सकता है।

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शिनाख्त के लिए रखा गया शव

कचहरी में जवाबी हमले में मारे गए नेपाल के साहिल का शव विच्छेदन गृह में रखा गया है। उसके नाम और नेपाल निवासी होने के बारे में जयनेन्द्र ने जानकारी दी थी, लेकिन अभी यह बात पता नहीं चली कि वह कहां का रहने वाला है। उसकी शिनाख्त के लिए शव रखा गया है।

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