मंत्री के पीआरओ ने महिला प्राचार्य को धमकाया, सीएम तक पहुंचा मामला
कानपुर में समाजवादी पार्टी के नेता सत्ता की हनक में इस कदर चूर हैं कि उनको महिलाओं को भी धमकी देने से गुरेज नहीं हैं। कानपुर में डीएवी पीजी कालेज की प्राचार्य को महिला कल्याण एवं संस्कृति विभाग मंत्री अरुणा कोरी ने पीआरओ ने फोन पर जमकर धमकाया।
लखनऊ। कानपुर में समाजवादी पार्टी के नेता सत्ता की हनक में इस कदर चूर हैं कि उनको महिलाओं को भी धमकी देने से गुरेज नहीं हैं। कानपुर में डीएवी पीजी कालेज की प्राचार्य को महिला कल्याण एवं संस्कृति विभाग मंत्री अरुणा कोरी ने पीआरओ ने फोन पर जमकर धमकाया। प्राचार्य ने मामले की शिकायत मंत्री के साथ ही सीएम अखिलेश यादव से की है। मंत्री तो अपने पीआरओ के पक्ष में खड़ी हैं।
कानपुर के डीएवी डिग्री कालेज की प्राचार्य डा. रेखा शर्मा को फोन पर एक मंत्री के पीआरओ के धमकाने का मामला मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक पहुंच गया है। इस मामले में प्राचार्य ने उन्हें पत्र लिखकर महिला कल्याण एवं संस्कृति विभाग मंत्री अरुणा कोरी के पीआरओ गोविंद मिश्र के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की है। प्राचार्य का आरोप है कि कालेज निर्माण के ठेकेदार अजय श्रीवास्तव के बकाया भुगतान के लिए उनसे मंत्री के पीआरओ ने फोन पर अभद्रता करने के साथ परिणाम भुगतने की धमकी दी थी।
प्राचार्य का आरोप है कि कालेज में निर्माण कार्य कर रहे ठेकेदार अजय श्रीवास्तव के भुगतान को लेकर मंत्री के पीआरओ ने उनसे दुव्र्यवहार किया। फोन पर उन्होंने कहा कि ठेकेदार का बकाया भुगतान जल्द से जल्द कर दें नहीं तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं। प्राचार्य डा. रेखा शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री से अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निवेदन किया गया है। इसके बाद आगे की कार्रवाई के बारे में विचार किया जाएगा।
व्यथा सुनकर की मदद
इस मामले में मंत्री के पीआरओ गोविंद मिश्र का कहना है कि यह सच है कि ठेकेदार अजय श्रीवास्तव उसके पास मदद मांगने आया था। भुगतान न मिलने के कारण उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। वह बहुत परेशान है। काम का बकाया भुगतान उसे नहीं किया जा रहा है। इस पर प्राचार्य से निवेदन किया गया था कि वह उसका बकाया भुगतान कर दें। धमकाने का आरोप गलत है। फोन पर जल्द भुगतान करने को कहा गया था, धमकी व गाली गलौच का आरोप गलत तथा निराधार है।
नहीं बचा कोई रास्ता
ठेकेदार अजय श्रीवास्तव का कहना है कि अब परिवार का भरण पोषण मुश्किल हो रहा है। वह तो यहां तक तैयार है कि अगर कालेज प्रबंधन की नजरों में काम ठीक नहीं हुआ है तो उसका पैसा काटकर उसे भुगतान कर दिया जाए। इसके अलावा अब उसके पास कोई रास्ता नहीं बचा है।
डीएवी प्रशासन पर हम सख्त
महिला कल्याण तथा संस्कृति मंत्री अरुणा कोरी का कहना है कि डीएवी प्रशासन काफी समय से ठेकेदार का भुगतान नहीं कर रहा था। इसलिए उससे सख्ती से पेश आकर डांटा गया। पीआरओ ने कोई गलत काम नहीं किया है।
घटना दुर्भाग्यपूर्ण
डीएवी कालेज समिति के समिति के सचिव डॉ. नागेन्द्र स्वरूप ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। सत्ता के नशे में चूर जनसंपर्क अधिकारी ने प्राचार्य को गाली दी और धमकी देकर अभद्र भाषा का प्रयोग किया। इसकी सूचना सपा के बड़े नेताओं को दी गई है। प्राचार्य से कानूनी कार्रवाई करने को कहा गया है।