अस्पतालों में खुले स्टोर, 80 फीसद तक सस्ती दवाएं

-न्यायालय से फार्मासिस्टों को झटका, सरकार को मिली राहत -करार होते ही न्यायालय पहुंच ग

By JagranEdited By: Publish:Sun, 15 Jul 2018 07:55 PM (IST) Updated:Sun, 15 Jul 2018 07:55 PM (IST)
अस्पतालों में खुले स्टोर, 80 फीसद तक सस्ती दवाएं
अस्पतालों में खुले स्टोर, 80 फीसद तक सस्ती दवाएं

जागरण संवाददाता लखनऊ : राजधानी के अस्पतालों में अब सस्ती दवाएं मिलेंगी। पहले चरण में दस अस्पतालों में रविवार को जन औषधि केंद्र खोले गए। यहां बाजार दर से 60 से 80 फीसद तक छूट पर दवाएं मिलेंगी।

शहर में रविवार को आठ अस्पताल व ग्रामीण क्षेत्र की दो सीएचसी पर प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र (जेनेरिक स्टोर) खोले गए हैं। बलरामपुर अस्पताल में सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल व निदेशक डॉ. राजीव लोचन ने जेनेरिक स्टोर का उद्घाटन किया। वहीं लोहिया अस्पताल में निदेशक साची के सीईओ डॉ. डीएस नेगी, सिविल अस्पताल में निदेशक डॉ. हिम्मत सिंह दानू व चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आशुतोष दुबे ने स्टोर का उद्घाटन किया। इस दौरान लोकबंधु, डफरिन, आरएलबी, बीआरडी, ठाकुरगंज संयुक्त अस्पताल व मोहनलाल गंज, गोसाईगंज सीएचसी पर भी स्टोर आरंभ कर दिए गए।

125 की दवा मिलेगी 25 रुपये में

बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. राजीव लोचन ने कहा पीएम की इस योजना का लाभ सभी गरीबों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि बाजार में 56 रुपये की मिलने वाली दवा इन औषधि केंद्रों में केवल 13 रुपये की ही मिलेगी। ऐसे ही टैबलेट सिप्रोफ्लोक्सासिन 500 एमजी की कीमत बाजार में 125 रुपये है, इन स्टोरों पर 10 टेबलेट सिर्फ 25 रुपये की मिलेगी। इसके अलावा बाजार में मिलने वाला 33 रुपये का कफ सिरप यहां सिर्फ 13.30 रुपये का मिलेगा।

650 से अधिक दवाएं सर्जिकल आइटम होंगे

प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के स्टेट नोडल ऑफीसर डॉ. एके सिंह ने बताया कि स्टोर पर करीब 653 दवाएं व 100 सर्जिकल आइटम रहेंगे। इसमें 51 दवाएं वायरल-पेन किलर, 17 दवाएं एलर्जी, एंटी कैंसर की 16 , 108 एंटी बायोटिक, पांच डायो यूरेटिक, 54 न्यूरो, 82 कार्डियक,17 इंडोक्राइन, 14 आई-ईएनटी, छह गाइनी, 53 गैस्ट्रो, सांस रोग की 16, त्वचा रोग की 29, छह यूरो, 33 डायबिटीज, विटामिन की 18, मिनिरल, फूड सप्लीमेंट आइटम, चार एनेस्थीसिया व रेबीज वैक्सीन समेत तमाम दवाएं शामिल हैं।

अभी 200 दवाएं ही मौजूद

जेनेरिक स्टोर में मेडिसिन की सूची भले ही 650 से अधिक की हो, मगर रविवार को हुए उद्घाटन के वक्त स्टोर में 200 दवाएं भी उपलब्ध नहीं थीं। दावा था कि अस्पताल में मांग के अनुरूप अन्य दवाओं को बढ़ाया जाएगा। साथ ही सप्ताह भर में सर्जिकल आइटम भी आ जाएंगे।

वर्ष 2017 में सरकार ने किया था करार

दरअसल, देश में वर्ष 2016 से ही प्रधानमंत्री जन औषधीय केंद्र (जेनेरिक स्टोर) खोले जा रहे हैं। वहीं यूपी में 10 अक्टूबर 2017 को केंद्र सरकार, बीपीपीआइ, साची व यूपी सरकार के साथ करार हुआ था। मगर न्यायालय में मामला जाने से योजना अधर में अटक गई थी। मगर 28 मार्च 2018 को न्यायालय से सरकार को राहत मिल गई।

शहर में निजी क्षेत्र में 36 स्टोर

सरकारी अस्पतालों में जहां स्टोर खोलने में देरी हो गई। वहीं निजी क्षेत्र में राजधानी में 34 व राज्य में करीब 500 जेनेरिक स्टोर खुल चुके हैं। इन सभी पर दवाओं का पूरा ब्योरा कंप्यूटरीकृत है। साथ ही सरकार द्वारा तय दर पर ही दवा की बिक्री की जा रही है।

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