CAA Protest in Lucknow : पर्दे के पीछे से उपद्रव को हवा देते रहे मास्टर माइंड, 7 घंटे तक चला लखनऊ में कोहराम

CAA Protest in Lucknow पहले प्रदर्शन और फिर हिंसा पर सामने नहीं आया कोई बड़ा चेहरा। सरकारी ओहदे पर तैनात रहे अधिकारी भी प्रदर्शन में रहे शामिल।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Fri, 20 Dec 2019 01:16 PM (IST) Updated:Fri, 20 Dec 2019 01:16 PM (IST)
CAA Protest in Lucknow : पर्दे के पीछे से उपद्रव को हवा देते रहे मास्टर माइंड, 7 घंटे तक चला लखनऊ में कोहराम
CAA Protest in Lucknow : पर्दे के पीछे से उपद्रव को हवा देते रहे मास्टर माइंड, 7 घंटे तक चला लखनऊ में कोहराम

लखनऊ, जेएनएन। Lucknow  CAA Protest अमन के शहर लखनऊ में उपद्रव की जमीन तैयार करने वाले मास्टर माइंड पर्दे के पीछे से गतिविधियां संचालित करते रहे। पहले शांतिपूर्ण विरोध, फिर हिंसा भड़कने के बाद भी कोई बड़ा चेहरा शहर को शांत करने के इरादे से नहीं उतरा। सुबह 10 बजे परिवर्तन चौक पर पुलिस फोर्स बढ़ाई गई। करीब 10:40 बजे विधान भवन के बाहर सपा नेताओं का प्रदर्शन शुरू होने के बाद उपद्रवियों की भीड़ जमा होने लगी। देखते ही देखते लखनऊ शहर शाम पांच बजे तक आग में दहकता दिखाई दिया। कही कारें जली मिली तो कही पुलिस चौकियों को निशाना बनाया गया। यहां तक कि सरकारी ओहदों पर तैनात रहे अधिकारी के साथ ही शैक्षिक संस्थान में मुखिया की भूमिका निभा चुके चेहरे भी आग को हवा देने में जरूर जुटे रहे। 

दो दिन पहले हजरतगंज में अंबेडकर प्रतिमा स्थल पर हुए विरोध-प्रदर्शन में भी यह चेहरे शामिल थे। जानकार बताते हैं, शहर को आग लगाने के लिए जो किरदार बाहर से बुलाए गए, उसमें पर्दे में के पीछे बैठे इन्हीं मास्टरमाइंड की साजिश थी।

 

अमन की बात करने वालों ने बिगाड़ी बात

खुफिया तंत्र से जुड़े लोगों का मानना है कि शहर में समय-समय पर अमन की बात करने वालों ने सबसे ज्यादा बात बिगाड़ी। गुपचुप ढंग से इसकी पूरी तैयारी की गई थी। उपद्रवियों का भेद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी लेते रहे, लेकिन पर्दे के पीछे बैठने वालों तक उनके हाथ नहीं पहुंच सके। 

 

झोले में भरकर लाए थे पत्थर

परिवर्तन चौक के पास जिस तरह से पथराव किया गया, उससे साफ था कि पत्थर पहले ही एकत्र किए गए थे। हाथ में झोला लिए कई उपद्रवियों ने उसमें पत्थर रखे थे। नेतृत्व विहीन उपद्रवियों ने जो चाहा वो किया। 

 

खुफिया विभाग ने किया था सतर्क

बुधवार रात में ही प्रशासन ने करीब दो सौ लोगों को पाबंद कर दिया था और उन्हें प्रदर्शन में शामिल न होने की हिदायत दी थी। पाबंद होने के बाद भी ये लोग मास्टरमाइंड की भूमिका निभाने में सफल हो गए। 

 

सपा कार्यकर्ता भी थे छिन्न-भिन्न 

सपा कार्यकर्ता भी नेतृत्व विहीन ही दिखाई दिखे। चार-छह की संख्या में आ रहे यह लोग आम नागरिक की तरह अपने को साबित करना चाह रहे थे, लेकिन खुफिया इशारा मिलते ही पुलिस इन्हें दबोच लेती। 

 

जानें कब क्या हुआ:  सुबह 10 बजे परिवर्तन चौक पर पुलिस फोर्स बढ़ाई गई 10:40 बजे विधान भवन के बाहर सपा नेताओं का प्रदर्शन 10:45 बजे कांग्रेस नेताओं ने विधान भवन के बाहर धरना शुरू किया 11 बजे सपा जिला कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, हिरासत में लिए गए 11 बजे केडी सिंह बाबू मेट्रो स्टेशन बंद कराया गया 11:30 बजे सपा कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे 11:45 बजे सपा छात्र सभा के कार्यकर्ताओं को हजरतगंज चौराहे से हिरासत में लिया गया 12 बजे सपा कार्यकर्ता कार्यालय के बाहर सड़क पर बैठ गए 12:45 बजे दोपहर में कलेक्ट्रेट में लाठीचार्ज 01 बजे घंटाघर पर प्रदर्शन कर रहे तीन युवक पकड़े गए 01:05 बजे बारादरी के सामने सपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया 01:10 बजे खदरा में प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए, आगजनी-पथराव 01:20 बजे शिया कॉलेज के सामने हंगामा 01:30 बजे हुसैनाबाद में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया 01:35 बजे सतखंडा पुलिस चौकी में आगजनी की 01:40 परिवर्तन चौक पर महिला संगठनों की कार्यकर्ता पहुंची 02:00 बजे परिवर्तन चौक के पास प्रदर्शनकारियों का हंगामा 02:15 बजे पुलिस से झड़प, कुछ प्रदर्शनकारी हिरासत में लिए गए 02:30 बजे केडी सिंह बाबू मेट्रो स्टेशन के पास पहुंचे प्रदर्शनकारी 03:30 बजे प्रदर्शनकारी बेरिकेडिंग तोड़कर परिवर्तन चौराहे पर पहुंचे, लाठी चार्ज 03:45 बजे उपद्रवियों ने गाडिय़ों में आगजनी शुरू कर दी 04:00 बजे पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा 04:20 बजे डीजीपी परिवर्तन चौक पहुंचे।

 

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