Coronavirus: मार्केट में दिख रहा कोरोना का खौफ, मास्क के दाम बढ़े, सेनिटाइजर गायब

लखनऊ में मांग के मुकाबले 50 फीसद मास्क की ही आपूर्ति कर पा रहीं कंपनियां जेनरिक दवाओं और सेनिटाइजर की भी किल्लत।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 05 Mar 2020 08:44 AM (IST) Updated:Thu, 05 Mar 2020 08:44 AM (IST)
Coronavirus: मार्केट में दिख रहा कोरोना का खौफ, मास्क के दाम बढ़े, सेनिटाइजर गायब
Coronavirus: मार्केट में दिख रहा कोरोना का खौफ, मास्क के दाम बढ़े, सेनिटाइजर गायब

लखनऊ, जेएनएन। राजधानी और आगरा में कोरोना वायरस के संदिग्ध मिलने के बाद बुधवार को मास्क खरीदने को लेकर मारामारी रही। डिमांड-आपूर्ति का सिस्टम बेपटरी होने से मास्क की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई।

केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट फेडरेशन के जिला अध्यक्ष गिरिराज रस्तोगी के मुताबिक जेनरिक दवा के बाद मास्क का भी संकट गहरा रहा है। चीन के कच्चे माले से बनने वाली दवाओं के दाम पर व्यापारियों की छूट लगभग खत्म हो चुकी है। वहीं, अब मास्क का भी संकट गहरा रहा है। कंपनियां मांग के मुकाबले 50 फीसद मास्क की ही आपूर्ति कर पा रही हैं। वहीं, बाजार में खपत अचानक बढ़ गई है। मरीज ही नहीं, सामान्य व्यक्ति भी सुरक्षा के लिए मास्क खरीद रहा है। खासकर यात्रा पर जाने वाले व्यक्ति एक साथ कई मास्क ले रहे हैं। ऐसे में मास्क का दाम भी बढ़ गया।

सामान्य मास्क का डबल रेट 

गिरिराज रस्तोगी के मुताबिक पहले सामान्य मास्क दुकानदारों को 3.5 रुपये में मिलता था। इसे ग्राहक को पांच में बेचा जाता था। अब पांच से छह रुपये में व्यापारियों को मिल रहा है। ऐसे में नौ से दस रुपये में ग्राहकों को बेचा जा रहा है। ऐसे ही काले कपड़े का मास्क 20 रुपये में मिलता था। 25 में ब्रिकी होती थी। अब 30 में दुकानदारों को मिलता है। ग्राहकों को 35 में बेचा जा रहा है। ऐसे ही वायरस के लिहाज से सुरक्षित मास्क एन-95 पहले 90 रुपये में दुकानदारों को मिलता था, तो 110 रुपये तक बेचा जाता था। अब 110 रुपये का व्यापारियों को मिल रहा है तो ग्राहकों को 120 से 130 रुपये में बेचा जा रहा है। इसके अलावा बाजार में सेनेटाइजर की भी किल्लत हो गई है।

सरकारी अस्पतालों में भी आपूर्ति गड़बड़ाई

केजीएमयू, लोहिया संस्थान, पीजीआइ में विश्व की एक प्रतिष्ठित कंपनी के मास्क एचआरएफ के तहत मंगवाए जाते हैं। केजीएमयू में बुधवार को कंपनी के मास्क के लिए संपर्क साधा गया। लेकिन, आपूर्तिकर्ता ने कंपनी से मास्क की आपूर्ति प्रभावित बताई। उसने मास्क के लिए इंतजार करने को कहा। 

कई स्टोरों में मास्क डंप

मास्क को लेकर कालाबाजारी ने भी दस्तक दे दी है। चर्चा है कि जनवरी में अलर्ट जारी होते ही मास्क खरीदकर डंप कर दिए गए। व्यवसाइयों ने कंपनियों को डबल ऑर्डर थमा दिए। ऐसे में कंपनियों की आपूर्ति करने में सांसें फूल रही हैं।

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