मृत पत्नी को जिंदा बताकर कराई रजिस्ट्री, बेटे ने जाकर खोल दी पिता की पोल Lucknow News

गोमतीनगर पुलिस ने आरोपित सर्राफ को किया गिरफ्तार।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Sun, 23 Jun 2019 10:21 AM (IST) Updated:Mon, 24 Jun 2019 08:47 AM (IST)
मृत पत्नी को जिंदा बताकर कराई रजिस्ट्री, बेटे ने जाकर खोल दी पिता की पोल Lucknow News
मृत पत्नी को जिंदा बताकर कराई रजिस्ट्री, बेटे ने जाकर खोल दी पिता की पोल Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। राजधानी में एक चालाक बुजुर्ग ने एलडीए से प्लॉट लेने के लिए फर्जी रजिस्ट्री करा डाली। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग ने मृत पत्नी के नाम पर दूसरी पत्नी को दिखाकर प्लॉट की रजिस्ट्री कराई। वहीं, बेटे को जैसे ही इस बात की खबर लगी, वो फौरन मां का मृत्यु प्रमाण पत्र लेकर एलडीए अधिकारियों के पास पहुंच गया। इस संबंध में एलडीए के तहसीलदार राजेश कुमार शुक्ला ने गोमतीनगर थाने में धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 

बेटे ने ऐसे खोली पिता की पोल 

एलडीए तहसीलदार की ओर से दर्ज कराई गई एफआइआर में कहा गया है कि गुडंबा के रजौली गांव निवासी सर्राफ हरीश कुमार सोनी (62) ने सीतापुर रोड योजना पर भूखंड का आवंटन वर्ष 1986 में पहली पत्नी शिव कुमारी के नाम से कराया गया है, जिनकी मौत हो चुकी है। हरीश के बेटे शिवम के द्वारा एलडीए के अधिकारियों को जानकारी दी गई कि शिवकुमारी की मौत वर्ष 1991 में हो चुकी है। वर्ष 2010 में उक्त आवंटित भूखंड की रजिस्ट्री प्राधिकरण ने की। इसमें शिवकुमारी के साथ हरीश कुमार के संयुक्त हस्ताक्षर हैं। शिवम सोनी ने शिवकुमारी का मृत्यु प्रमाण पत्र संलग्न करते हुए अन्य दस्तावेज प्रस्तुत किए।

साथ ही हरीश द्वारा दूसरी पत्नी माया सोनी के साथ मिलकर फर्जी रजिस्ट्री कराने की जानकारी दी। यह जानकारी मिलने पर हरीश कुमार को एलडीए के अधिकारियों ने वार्ता के लिए बुलाया, लेकिन वह नहीं आए। शिवम सोनी द्वारा दिए गए दस्तावेजों को आधार बनाकर एलडीए की ओर से उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया। इंस्पेक्टर रामसूरत सोनकर ने बताया कि आरोपित को छुड़ाने के लिए कई बड़ी हस्तियों का थाने पर जमावड़ा लगा रहा, लेकिन पुलिस ने किसी की एक न सुनी।

आरोपित के भतीजे ने लगाया लूटपाट का आरोप

आरोपित हरीश कुमार के भतीजे सौरभ सोनी ने अपने पिता संजय सोनी की चेन लूट का आरोप लगाया, साथ ही कहा कि गुरुवार को पुलिस ने उनका अपहरण का प्रयास किया था। हलांकि पुलिस ने इस आरोप को गलत बताया है। पुलिस के मुताबिक हरीश को पकडऩे गए थे न कि संजय को। 

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