पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में बकरों पर भी वायरल का कहर

मेरठ के पशु चिकित्सालय में बीमार बकरों का जमावड़ा है। पशु चिकित्सालय में जगह-जगह पर बीमार बकरों को ग्लूकोज चढ़ाया जा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि बदलते मौसम ने जानवरों को बीमार कर दिया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Thu, 08 Sep 2016 09:57 AM (IST) Updated:Thu, 08 Sep 2016 05:36 PM (IST)
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में बकरों पर भी वायरल का कहर

लखनऊ (वेब डेस्क)। उत्तर प्रदेश में जहां एक ओर बकरीद की तैयारियां जोरों पर हैं, वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के काफी जिलों में बकरे वायरल फीवर से परेशान हैं। पशु अस्पतालों में बड़ी संख्या में लोग बीमार बकरों को लेकर पहुंच रहे हैं। इनके इलाज कई जगह पर पर्याप्त स्थान न मिलने पर लोग बकरों को अस्तपाल प्रांगण में ही लेकर इलाज करा रहे हैं।

उत्तर प्रदेश में इन दिनों बड़ी संख्या में लोग डेंगू तथा चिकनगुनिया के साथ ही वायरल बुखार से पीडि़त हैं। उधर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तो बड़ी संख्या में जानवर भी इन बीमारियों के प्रकोप में पड़े हैं।

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इनमें भी सर्वाधिक संख्या बकरों की है। लोग परेशान भी है, क्योंकि बकरीद पर इनकी कुरबानी भी होनी है।

मेरठ के पशु चिकित्सालय में बीमार बकरों का जमावड़ा है। पशु चिकित्सालय में जगह-जगह पर बीमार बकरों को ग्लूकोज चढ़ाया जा रहा है।

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डॉक्टरों का कहना है कि बदलते मौसम ने जानवरों को बीमार कर दिया है। इनमें भी बकरों के ऊपर बीमारी आफत बनकर टूटी है। इन बकरों को वायरल फीवर, निमोनिया की शिकायतें सामने आई हैं। सैकड़ों की संख्या में बीमार बकरों के अब मालिक अस्पताल पहुंच रहे हैं।

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बकरा मालिक इसलिए भी और परेशान हैं क्योंकि बकरीद का त्योहार नजदीक हैं। ऐसे में अगर बकरे जल्द स्वस्थ न हुए तो इसका सीधा असर बकरीद के त्योहार पर पड़ेगा. इंसानों के साथ साथ जानवरों के इलाज में भी स्वास्थ्य विभाग बेहद लापरवाह बना हुआ है। मेरठ जैसे बड़े शहर में तो सिर्फ दो डॉक्टरों के भरोसे सैकड़ों बकरों का इलाज किया जा रहा है।

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