Lucknow University: कालेजों ने पीएचडी सीटों की भेजी अधूरी सूचनाएं, विश्वविद्यालय ने फिर दिया मौका

लखनऊ विश्वविद्यालय की ओर से शैक्षिक सत्र 2021-22 के पीएचडी दाखिले के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू होने में थोड़ा समय लगेगा। इसकी वजह कालेजों और विभागों की ओर से अभी सीटों का पूरा विवरण न मिलना है। कई ऐसे कालेज भी हैं जिन्होंने सीटों की अधूरी सूचना भेजी।

By Vrinda SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 19 May 2022 11:21 AM (IST) Updated:Thu, 19 May 2022 01:06 PM (IST)
Lucknow University: कालेजों ने पीएचडी सीटों की भेजी अधूरी सूचनाएं, विश्वविद्यालय ने फिर दिया मौका
लखनऊ विश्वविद्यालय ने कालेजों और विभागों को सीटों का पूरा विवरण देने के लिए दिया समय।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ विश्वविद्यालय की ओर से शैक्षिक सत्र 2021-22 के पीएचडी दाखिले के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू होने में थोड़ा समय लगेगा। इसकी वजह कालेजों और विभागों की ओर से अभी सीटों का पूरा विवरण न मिलना है। कई ऐसे कालेज भी हैं, जिन्होंने सीटों की अधूरी सूचना भेजी। ऐसे में विश्वविद्यालय की ओर से उन्हें मौखिक रूप से समय दे दिया गया है, लेकिन इस संबंध कोई आदेश नहीं जारी किया गया।

लखनऊ विश्वविद्यालय पहली बार डिग्री कालेजों के स्नातक शिक्षकों को भी पीएचडी कराने का मौका दे रहा है। इसके लिए विश्वविद्यालय ने बीते दिनों पीएचडी दाखिले के लिए विभागों और कालेजों को पत्र भेजा था। सात मई तक कालेजों को अपने यहां पीएचडी की खाली सीटें, शिक्षकों के संबंध में सूचना विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्षों को भेजनी थी। वहीं, विभागों को विभागीय शोध समिति (डीआरसी) के माध्यम से सीटों की विषयवार सूची कुलसचिव और प्रवेश समन्वयक को 15 मई तक उपलब्ध करानी थीं।

इस बीच कई कालेजों ने सूचना अधूरी भेज दी। मसलन, पूछा गया था कि पीएचडी की कितनी सीटें हैं, कितने शोधार्थी पंजीकृत हैं, खाली सीटों की संख्या और अर्ह शिक्षकों का विवरण पूछा गया। कई कालेजों ने सिर्फ कुल सीटों की संख्या ही भेज दी, यह नहीं बताया कि खाली कितनी हैं। इस बीच कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने भी कालेजों संग बैठक कर उनकी समस्याओं को दूर किया। अब कालेजों को फिर से समय दिया गया है, लेकिन इस संबंध में लिखित आदेश नहीं जारी किया गया। मानक के अनुसार, सीटों का विवरण आने के बाद ही आवेदन की प्रक्रिया शुरू होगी।

विभागों के माध्यम से पीएचडी की सीटों का विवरण आना है। इसके बाद ही आगे की प्रक्रया शुरू हो सकेगी। - प्रो. पंकज माथुर, प्रवेश समन्वयक, लखनऊ विश्वविद्यालय

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