साइंस विजार्ड में लखनऊ के छात्र अव्वल, बाराबंकी का भी शानदार प्रदर्शन Lucknow News

Science Wizard सात जिलों के पांच हजार छात्रों में से तीन बच्चों ने बनाई जगह भौतिक व रसायन विज्ञान के शिक्षक सर्वपल्ली राधाकृष्णन अवॉर्ड से सम्मानित।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Sun, 02 Feb 2020 11:16 PM (IST) Updated:Mon, 03 Feb 2020 08:29 AM (IST)
साइंस विजार्ड में लखनऊ के छात्र अव्वल, बाराबंकी का भी शानदार प्रदर्शन Lucknow News
साइंस विजार्ड में लखनऊ के छात्र अव्वल, बाराबंकी का भी शानदार प्रदर्शन Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। दैनिक जागरण व आइएमएस इंजीनियरिंग कॉलेज गाजियाबाद के प्रयास से पांच हजार बच्चों के बीच भौतिक व रसायन विज्ञान से जुड़े सवालों की प्रतियोगिता रविवार को हुई। इसमें सात जिलों के आइसीएसई और सीबीएसई बोर्ड के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता में लखनऊ के बच्चों ने प्रथम व दूसरा स्थान पाकर परचम लहराया, वहीं तीसरे स्थान पर बाराबंकी के छात्र रहे। साइंस विजार्ड अवॉर्ड से सम्मानित छात्रों ने साइंस के अस्तित्व को बरकरार रखने के साथ-साथ देशहित में नाम कमाने की भी बात कही। रायबरेली, लखनऊ और बाराबंकी से आए सरकारी व गैर सरकारी सात शिक्षकों को सर्वपल्ली राधाकृष्णन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। शिक्षकों ने टिप्स देते हुए कहा कि अगर आगे बढऩा है तो अनुशासन बेहद जरूरी है। 

इंदिरा नगर के भूतनाथ मार्केट स्थित सेंट डॉमिनिक सेवियो में साइंस विजार्ड कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कुलपति शकुंतला दिव्यांग पुनर्वास विश्वविद्यालय के प्रोफेसर राणा कृष्णपाल सिंह ने कहा कि विज्ञान के प्रति लोगों में रुचि पैदा करने के लिए दैनिक जागरण और आइएमएस इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज की पहल सराहनीय है। सिंह के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जय जवान-जय किसान के साथ जय विज्ञान जोड़ा था। वर्ष 2019 में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान के साथ-साथ जय अनुसंधान भी जोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि अब भारत को ऐसे छात्रों की जरूरत है, जो भारत को गौरवशाली बना सकें। 

कठिन परिश्रम से ही मिलेगा लक्ष्य

लखनऊ विश्वविद्यालय की भौतिक विज्ञान की अध्यक्ष डॉ. पूनम टंडन ने कहा कि बिना कठिन परिश्रम किसी भी लक्ष्य को पाया नहीं जा सकता। 

भारतीय प्रतिभाएं विदेशों के आ रहीं काम 

भारत में टैलेंट की कमी नहीं है। साइंस के छात्र आज इंजीनियङ्क्षरग करना चाहते हैं, जबकि साइंस के छात्रों के सामने कई विकल्प हैं। यह बातें आइएमएस इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज के निदेशक डॉ. सरवन मुखर्जी ने कही। उन्होंने कहा कि जो टैलेंटेड छात्र हैं, उन्हें भारत में रहकर रिसर्च पर फोकस करना होगा।

सर्वपल्ली राधाकृष्णन अवॉर्ड से ये शिक्षक हुए सम्मानित 

तनवीर आलम : दयावती मोदी पब्लिक स्कूल, रायबरेली योग श कुमार : सरस्वती विद्या मंदिर, लखनऊ डॉ. अमरकांत : केंद्रीय विद्यालय, आरडीएसओ, लखनऊ नीता मिश्रा : सेंट पीटर्स गल्र्स स्कूल, लखनऊ डॉ. शिल्पी सैकिया : करियर कान्वेंट गल्र्स कॉलेज, लखनऊ  अनुराग भूषण : सीएमएस राजाजीपुरम, लखनऊ जोसेफीन सिंह : सेंट एंथोनी स्कूल, बाराबंकी

सांइस विजार्ड से सम्मानित छात्र  सुजॉय बोस : सीएमएस राजेंद्र नगर, कक्षा 12, लखनऊ इरतिका इरफान : सीएमएस स्टेशन रोड, कक्षा 12, लखनऊ  अनुज पटेल : श्री साईं इंटर कॉलेज, कक्षा 11, बाराबंकी 

नोट : प्रथम आने वाले छात्र को लैपटॉप, द्वितीय व तृतीय को टैब ईनाम स्वरूप दिया गया। 

सांत्वना पुरस्कार पाने वाले छात्र  गौतम कुमार गिरी : एचएएल स्कूल, कक्षा 11, लखनऊ सचिन श्रीवास्तव : सीएमएस स्टेशन रोड कक्षा 12, लखनऊ अंशुला परिहार : माउंट कार्मल कॉलेज, कक्षा 11, लखनऊ

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