मां को फोन कर इंदिरा नहर में कूदी विवाहिता, पति से विवाद के बाद उठाया खौफनाक कदम

तलाश में प्राइवेट गोताखोर व एसडीआरएफ की टीम लगी। सिठौली कला के पास पुल पर उसकी मिली शॉल पुलिस अन्य बिंदु पर भी कर रही पड़ताल।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Wed, 22 Jan 2020 09:29 PM (IST) Updated:Thu, 23 Jan 2020 07:44 AM (IST)
मां को फोन कर इंदिरा नहर में कूदी विवाहिता, पति से विवाद के बाद उठाया खौफनाक कदम
मां को फोन कर इंदिरा नहर में कूदी विवाहिता, पति से विवाद के बाद उठाया खौफनाक कदम

लखनऊ, जेएनएन। सिठौली कला गांव की एक विवाहिता ने मंगलवार रात पति से विवाद के बाद बुधवार सुबह घर से निकल गई। उसने अपनी मां को फोन पर इंदिरा नहर में कूदकर जान देने की बात कर मोबाइल बंद कर लिया। पुलिस प्राइवेट गोताखोर व एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) की टीम के साथ उसकी तलाश की, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी।

सिठौली कला गांव निवासी संजय सिंह की पत्नी रुचि (21) ने बुधवार सुबह सात बजे के करीब खम्मन खेड़ा हैदरगढ़, बाराबंकी में अपनी मां को फोन कर आत्महत्या करने की बात कही। इसकी जानकारी होते ही भाई राहुल ने उसके पति व पुलिस को सूचना दी। रुचि के इंदिरा नहर में कूदकर जान देनी की खबर सुनते ही घर में चीखपुकार मच गई। वहीं दोनों पक्ष के लोग पुलिस के साथ सिठौली पुल के पास पहुंचे, जहां रुचि की शॉल मिली और चप्पल अचली खेरा रेगुलेटर के पास नहर में देखी गई।

इस पर पुलिस ने उसके नदी में छलांग लगाकर जान देने की आशंका पर प्राइवेट गोताखोर नहर में उतारे। सफलता न मिलने पर एसडीआरएफ की मदद ली। देर शाम तक टीम रुचि को तलाशती रही, लेकिन सफलता नहीं मिली। रुचि की संजय से जून 2019 में ही शादी हुई थी। पुलिस के मुताबिक पति से किसी बात पर हुए विवाद के बाद विवाहिता के यह कदम उठाने की बात सामने आ रही है। नहर पुल पर दोनों पक्षों के लोग मौजूद हैं। अभी तक मायके पक्ष ने किसी प्रकार का आरोप नहीं लगाया। विवाहिता की नदी में तलाश के साथ ही पुलिस अन्य बिंदुओं पर भी जांच कर रही है।

एलएलबी के छात्र ने लगाई फांसी

राजधानी में बुधवार सुबह एक एलएलबी के छात्र ने फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस को शव के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। गाजीपुर थाना क्षेत्र के मोहम्मदाबाद निवासी वशिष्ठ नारायण प्रजापति का बेटा प्रकम्पन प्रांजल प्रजापति (24) एलएलबी तृतीय वर्ष का छात्र था। चिनहट के यशोदानगर में किराए पर रहता था। वशिष्ठ नारायण ने बेटे को फोन किया, जिसपर उसका फोन नहीं उठा, जिसके बाद वह उसके कमरे पर पहुंचे तो बेटे का फांसी पर शव लटका देख उनकी चीख निकल पड़ी। पुलिस के मुताबिक, छात्र मानसिक रूप से बीमार रहता था, उसका इलाज भी चल रहा था। 

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