कटे हुए पैर को फिर से जोड़ दी नई जिंदगी, मिली थी पंजे काटने की सलाह

दर्दनाक हादसे ने कर दिया था चलने का मोहताज। प्लास्टिक सर्जन डॉ.अमित अग्रवाल ने किया सफल ऑपरेशन।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 06 Dec 2018 12:08 PM (IST) Updated:Thu, 06 Dec 2018 12:08 PM (IST)
कटे हुए पैर को फिर से जोड़ दी नई जिंदगी, मिली थी पंजे काटने की सलाह
कटे हुए पैर को फिर से जोड़ दी नई जिंदगी, मिली थी पंजे काटने की सलाह

लखनऊ, जेएनएन। ट्रेन की चपेट में आकर एक व्यक्ति के पूरी तरह से कटे हुए क्षतिग्रस्त पैर को प्लास्टिक सर्जन ने सर्जरी से फिर से सामान्य कर दिया। मरीज को केजीएमयू और लोहिया अस्पताल से वापस कर दिया गया था और पैर के पंजे काटने की बात कही गई थी। वहीं प्लास्टिक सर्जन डॉ.अमित अग्रवाल ने क्षतिग्रस्त पैर को ठीक किया बल्कि मरीज को चलने के काबिल भी बना दिया। 

औरंगाबाद बिहार निवासी 57 वर्षीय बैजनाथ का गत 19 अगस्त को ट्रेन की चपेट में आकर पैर का पंजा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। मरीज के पैर की हड्डी भी टूट गई थी, वहीं पैर केवल टेंडन के सहारे लटक रहा था। डॉ.अमित ने बताया कि बैजनाथ इसी हालत में लोहिया अस्पताल और केजीएमयू गया था जहां डॉक्टरों ने उसे पैर के पंजे काटे जाने की बात कही गई। इसके बाद बैजनाथ डॉ.अमित के पास आया जहां उसका इलाज किया। मरीज की एंटीरियर और पोस्टीरियर टिवियल आर्टरी पूरी तरह से डैमेज हो गई थी। इस तरह की कंडीशन को टोटल एम्प्यूटेशन विद मैशअप कहते हैं। मरीज की माइक्रो वेस्कुलर सर्जरी की गई, जिसमें जांघ से मांस, वेन और आर्टरी ली गई। साथ ही उसे एक्टरनल फिक्सेटर भी लगाया गया। जिससे क्षतिग्रस्त मांसपेशियों को भरने में आसानी हुई और मरीज के पैर को सहारा भी मिला। तीन माह में मरीज अब फिजियोथेरेपी के सहारे अच्छे से चल पा रहा है। ऑपरेशन में डॉ. सौमिक बनर्जी, डॉ.चंद्रकेश और डॉ. मनीष शामिल रहे।

पैर के एम्प्यूटेशन को भी ठीक किया जा सकता है 

डॉ.अमित ने बताया कि जिस तरह से कटे हुए हाथ को सर्जरी से बचा लेते हैं। इसी तरह से लोवर लिम्ब या पैर के एम्प्यूटेशन को बचा सकते हैं। समय रहते सर्जरी की जाए तो बिना किसी प्रॉस्थेसिस के हम इसे प्रत्यारोपित कर सकते हैं। माइक्रो सर्जिकल प्रोजीसर से हम रिवेस्कुलराइजेशन कर हम कटे हुए अंग को फिर से जोड़ सकते हैं। 

chat bot
आपका साथी