आइएस संदिग्ध अलीम ट्रांजिस्ट रिमांड पर ATS को सौंपा गया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कल लखनऊ में आगमन से ठीक पहले एटीएस तथा एनआइए की टीम द्वारा लखनऊ से गिरफ्तार किए गए आइएस के संदिग्ध आतंकी अलीम को आज कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे सोमवार तक के लिए ट्रांजिस्ट रिमांड पर दे दिया गया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2016 11:40 AM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2016 09:15 PM (IST)
आइएस संदिग्ध अलीम ट्रांजिस्ट रिमांड पर ATS को सौंपा गया

लखनऊ। आतंकवाद निरोधक दस्ता उप्र (एटीएस) व राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार आइएसआइएस संदिग्ध अलीम को एटीएस के विशेष अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बालकृष्ण एन. रंजन की कोर्ट में पेश किया। आरोपी को एनआइए की विशेष अदालत पटियाला हाउस कोर्ट दिल्ली में पेश करने के लिए तीन दिनों की ट्रांजिट रिमांड की मांग की गई। एटीएस के विशेष अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने आरोपी अलीम को 25 जनवरी की दोपहर दो बजे तक के लिए ट्रांजिट रिमांड पर दिए जाने का आदेश दिया है।आरोपी के खिलाफ थाना एनआइए नई दिल्ली में मुकदमा दर्ज है। आरोपी आदिल को शनिवार दोपहर करीब दो बजे कमांडो व पुलिस की कड़ी सुरक्षा में कोर्ट में पेश किया गया, जहां राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अपर पुलिस अधीक्षक सुधांशु सिंह ने आरोपी को दिल्ली की विशेष अदालत के समक्ष पेश करने के लिए तीन दिनों का ट्रांजिट रिमांड दिए जाने का अदालत से अनुरोध किया। अदालत के समक्ष कहा गया कि आरोपी को 22 जनवरी की रात्रि 9:30 बजे गिरफ्तार किया गया है जिसे दिल्ली की विशेष अदालत में पेश किया जाना है। अर्जी पर मौखिक रूप से यह भी कहा गया कि 24 जनवरी को रविवार के दिन अदालत में अवकाश होगा। मौसम खराब होने के कारण ट्रेन के लेट होने की भी संभावना है। अदालत ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अनुरोध को स्वीकर करते हुए इंदिरानगर (लखनऊ) निवासी आरोपी मु.अलीम को ट्रांजिट रिमांड पर दिए जाने का आदेश दिया है।

कई दिन से थी नजर

असल में हरिद्वार महाकुंभ से पांच आतंकियों के पकड़े जाने के बाद एनआइए को कई महत्वपूर्ण इनपुट मिले थे। इस बीच प्रधानमंत्री के लखनऊ आगमन के ठीक एक दिन पहले लखनऊ की एक विशेष अदालत में लाए जा रहे आतंक के आरोपी सैयद हामेद उर्फ सैयद अहमद की फरारी ने सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए। आतंकी गतिविधि से जुड़े संदिग्धों की देशव्यापी तलाश में जुटी एनआइए और एटीएस ने लखनऊ में परसों देर रात अलीम को हिरासत में ले लिया था।

माता-पिता को नहीं हो रहा यकीन

आइएसआइएस के जिस संदिग्ध आतंकी अलीम को गिरफ्तार किया है वह बी.काम तृतीय वर्ष का छात्र है। हेयर शैलून चलाने वाले अलीम के पिता मु.सलीम के मुताबिक सुरक्षा एजेंसी के लोग शुक्रवार सुबह करीब छह बजे उनके बेटे अलीम को इंदिरानगर स्थित आवास से पकड़कर ले गई थी। अलीम उनका इकलौता बेटा है, जो चिनहट स्थित रामा डिग्री कॉलेज से बीकाम कर रहा है। अलीम ने अपने मामा हसीब से फोटोग्राफी सीखी थी और वह पार्टियों में फोटोग्राफी करने भी जाता था। सलीम अपने बेटे को फोटोग्राफी का एडवांस कोर्स कराने के लिए दिल्ली भेजना चाह रहे थे। उसके पकड़े जाने के बाद से अब सलीम व उनकी पत्नी इशरत जहां गहरे सदमे में हैं। उनको यकीन नहीं हो रहा कि उनका बेटा आतंकी हो सकता है। मूलरूप से बाराबंकी के निवासी सलीम के मुताबिक एक माह पूर्व ही अलीम की छोटी बहन की शादी हुई थी। अलीम के पास कोई कंप्यूटर अथवा लैपटाप नहीं था। सुरक्षा एजेंसी ने उनके घर की तलाशी भी ली थी, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला था। अलीम ने करीब आठ माह पूर्व 20 हजार रुपये का एक स्मार्ट फोन खरीदा था। उसने 10 हजार कैश देकर मोबाइल फाइनेंस कराया था। उनका बेटा फोन के जरिए फेसबुक व इंटरनेट पर सक्रिय रहा होगा। उसे जरूर किसी ने बरगलाया है। वह किसी राष्ट्र विरोधी गतिविधि में शामिल नहीं हो सकता। उसके घर बेटे के दोस्तों का आना-जाना भी नहीं था। वह अक्सर उनकी सैलून की दुकान में बैठता था। माता-पिता को यह आशंका जरूर है कि कहीं उनका बेटा मोबाइल फोन के जरिए किसी गलत संगत में तो नहीं पड़ गया। उनको बेटे के शनिवार को कोर्ट में पेश किए जाने की जानकारी भी नहीं थी।

जार्डन के संदिग्ध से कानपुर में पूछताछ

जार्डन के जकी इलाके का रहने वाला संदिग्ध युवक अदनान से कानपुर पुलिस ने पूछताछ की गई। वह कुछ साल पहले अपने तीन साथियों के साथ पकड़ा गया था। वह जमानत पर छूटकर लालबंगला में रह रहा है। एसएसपी शलभ माथुर ने एलआईयू से पूरे मामले की जांच रिपोर्ट 24 घंटे में पेश करने को कहा है। कानपुर चकेरी इंस्पेक्टर राजीव द्विवेदी के मुताबिक जार्डन निवासी अदनान को थाने बुलाकर पूछताछ के साथ कागजात चेक किये गये। एलआईयू ने भी उसके कागजात चेक करने के साथ उसकी समय-समय पर दी जाने वाली रिपोर्ट की भी समीक्षा की। प्रथम दृष्टया उसके खिलाफ कोई मामला नहीं बन रहा है, लेकिन उसके विषय में और जानकारी एकत्र की जा रही है। बताते चले अदनान लखनऊ में फिलिस्तीन के साथी समीर अहमद और वासिल के साथ रहता था। इससे पूर्व जब वह पकड़ा गया था तो उनके पास से फर्जी पासपोर्ट, चेन्नई और लखनऊ विश्वविद्यालय के फर्जी प्रमाण पत्र सहित फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास के पोस्टर व कागज मिले थे। पुलिस को उसके पास से फर्जी पासपोर्ट के साथ फिलिस्तीन के आतंकी संगठन से संबंध होने के सबूत मिले की पुष्टि की थी। पुलिस और खुफिया को यह पता नहीं है कि इस संदिग्ध युवक ने फर्जी आईडी भी बनवा ली है। जिनसे व सिम लेकर इंटरनेट व मोबाइल का इस्तेमाल कर रहा है। जेल से जमानत पर छूटने के बाद अदनान कानपुर आ गया था जबकि समीर और वासिल दिल्ली में रहने लगे थे। उसने रावतपुर में रहने वाली युवती से झूठ बोल शादी की थी।

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