श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए बाराबंकी में कैदियों ने भी समर्पित की धनराशि, छोटे-छोटे कूपन काट दिया बड़ा संदेश

सुनील सिंह ने बताया कि अधिकारियों के साथ ही कैदियों का अभियान से जुड़ना और निधि समर्पित करना रामकाज के प्रति लोगों के उत्साह को दर्शाता है। इससे अभियान को और व्यापकता मिलेगी। उन्होंने बताया कि अब तक करीब 75 लाख की निधि संग्रह की जा चुकी है।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Wed, 03 Feb 2021 08:54 PM (IST) Updated:Wed, 03 Feb 2021 08:54 PM (IST)
श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए बाराबंकी में कैदियों ने भी समर्पित की धनराशि, छोटे-छोटे कूपन काट दिया बड़ा संदेश
जेल अधीक्षक ने स्टॉफ और कैदियों से संग्रहीत करीब एक लाख की धनराशि सौंपी।

बाराबंकी, जेएनएन। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निधि समर्पण अभियान जिले में विस्तार पा रहा है। व्यापारी, शिक्षक, उद्यमी और अफसरों के बाद अब श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए जिला कारागार के कैदी भी आगे आए हैं। बुधवार को करीब सात सौ कैदियों ने अलग-अलग धनराशि कि करीब नौ हजार सात सौ रुपये के कूपन कटवाए। इसके अलावा कारागार के अधिकारी और कर्मचारियों ने भी जेल अधीक्षक हरिबख्श सिंह के माध्यम से मंदिर निर्माण के लिए अपनी निधि सौंपी।

जिला कारागार पहुंचे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला प्रचारक कृष्ण कुमार और श्री राम जन्मभूमि समर्पण निधि के अभियान के जिला प्रमुख व बजरंग दल/विहिप के प्रांत संयोजक सुनील सिंह को जेल अधीक्षक ने स्टॉफ और कैदियों से संग्रहीत एक लाख ग्यारह हजार एक सौ ग्यारह रुपये की धनराशि सौंपी। सुनील सिंह ने बताया कि अधिकारियों के साथ ही कैदियों का अभियान से जुड़ना और निधि समर्पित करना रामकाज के प्रति लोगों के उत्साह को दर्शाता है।

इससे अभियान को और व्यापकता मिलेगी। उन्होंने बताया कि अब तक करीब 75 लाख की निधि संग्रह की जा चुकी है। निधि समर्पित करने वालों में जेल अधीक्षक के अलावा उनकी पत्नी मनोरमा सिंह, पुत्र रोहित सिंह, जेलर संतोष कुमार, राजेश कुमार वर्मा, डिप्टी जेलर आशा पांडेय, आशुतोष मिश्र, जेलकर्मी व कैदी शामिल रहे। इस दौरान नगर कार्यवाह विपिन पांडेय, नगर प्रचारक शिव पूजन, विहिप जिलाध्यक्ष राकेश यादव मौजूद रहे।

छोटे-छोटे कूपन काट दिया बड़ा संदेश

श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए ज्यादातर कैदियों ने छोटे-छोटे यानी दस, पचास और सौ रुपये के कूपन ही काटे हैं। इससे समाज को बड़ा संदेश दिया गया है। जेल अधीक्षक ने बताया कि घर वालों की ओर से कैंटीन के लिए जमा कराई राशि और भत्तों का अंश कैदियों ने मंदिर निर्माण के लिए समर्पित किया है जोकि सराहनीय है। अभियान प्रमुख और अन्य सदस्यों भी कैदियों की पहल को अभियान के लिए बड़ा कदम बताया है। 

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