आयकर टीम का प्रतापगढ़ में छापा, सर्राफ के परिसरों की पड़ताल

दिल्ली में दो युवकों के पास से 1.10 करोड़ रुपये बरामद होने के मामले में आयकर इलाहाबाद और वाराणसी की संयुक्त टीम ने आज दोपहर प्रतापगढ़ के सर्राफ योगेश कुमार खंडेलवाल की दुकान पर छापा मारा। योगेश दुकान में नहीं मिला। कुछ समय बाद योगेश की पत्नी ने दुकान का

By Nawal MishraEdited By: Publish:Thu, 14 May 2015 09:10 PM (IST) Updated:Thu, 14 May 2015 09:12 PM (IST)
आयकर टीम का प्रतापगढ़ में छापा, सर्राफ के परिसरों की पड़ताल

लखनऊ। दिल्ली में दो युवकों के पास से 1.10 करोड़ रुपये बरामद होने के मामले में आयकर इलाहाबाद और वाराणसी की संयुक्त टीम ने आज दोपहर प्रतापगढ़ के सर्राफ योगेश कुमार खंडेलवाल की दुकान पर छापा मारा। योगेश दुकान में नहीं मिला। कुछ समय बाद योगेश की पत्नी ने दुकान का ताला खोला तो आयकर टीम ने जांच पड़ताल की।

बताते चलें कि नई दिल्ली में ट्रेन से प्लेटफार्म पर उतरते ही रेलवे पुलिस ने सूरज कुमार सोनी निवासी प्रतापगढ़ व चंदन निवासी चतरा झारखंड के कब्जे से 1.10 करोड़ रुपये भरे दो बैग बरामद किए थे। पूछताछ में दोनों ने यह पैसा योगेश कुमार खंडेलवाल का बताते हुए उनके यहां काम करने की जानकारी दी। इसके बाद रेलवे पुलिस ने मामला आयकर विभाग के सिपुर्द कर दिया था। गुरुवार को आयकर विभाग की इलाहाबाद व वाराणसी की टीम असिस्टेंट डायरेक्टर (इलाहाबाद) नीरज गुप्ता की अगुवाई में पहुंची। दोपहर के वक्त फोर्स के साथ योगेश खंडेलवाल की श्याम बिहारी गली स्थित दुकान पर छापा मारा गया। योगेश दुकान से गायब मिला। दुकान के शटर में ताला लगा था। दुकान के ऊपर स्थित आवास में भी कोई नहीं दिख रहा था।

थोड़ी देर बाद योगेश के वकील ओम प्रकाश खंडेलवाल पहुंचे तो उनसे आयकर अधिकारियों ने योगेश के संबंध में पूछताछ की। योगेश के पैन, टिन नंबर के बारे में जानकारी ली गई। इसके बाद करीब ही स्थित योगेश के भाई आलोक खंडेलवाल की दुकान पर अधिकारी पहुंचे और योगेश के बारे में पूछा तो आलोक ने दशक भर से योगेश से कोई वास्ता न होने की बात कही। शाम लगभग साढ़े चार बजे योगेश की पत्नी पहुंची और ताला खोला। तब फिर आयकर अधिकारी दुकान में घुसे और अंदर से दरवाजा बंद करके जांच पड़ताल की। असिस्टेंट डायरेक्टर के साथ वाराणसी के जिला आयकर अधिकारी एसके ङ्क्षसह व कई इंस्पेक्टर थे। असिस्टेंट डायरेक्टर नीरज गुप्ता ने पड़ताल के बारे में कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। दिलचस्प यह है कि योगेश और उसके कारोबार के बारे में कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं था।

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