हमीरपुर एआरटीओ पर जानलेवा हमला, बाल-बाल बचे

बीती रात घात लगाए बैठे तीन लोगों ने हमीरपुर के एआरटीओ और उनकी टीम पर जानलेवा हमला बोल दिया। अचानक फायरिंग की आवाज सुन एआरटीओ और टीम के सिपाही बचाव की मुद्रा में आ गए। इस बीच एक हमलावर से एआरटीओ की हाथापाई भी हो गई।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Sat, 25 Jul 2015 07:32 PM (IST) Updated:Sat, 25 Jul 2015 07:35 PM (IST)
हमीरपुर एआरटीओ पर जानलेवा हमला, बाल-बाल बचे

लखनऊ। बीती रात घात लगाए बैठे तीन लोगों ने हमीरपुर के एआरटीओ और उनकी टीम पर जानलेवा हमला बोल दिया। अचानक फायरिंग की आवाज सुन एआरटीओ और टीम के सिपाही बचाव की मुद्रा में आ गए। इस बीच एक हमलावर से एआरटीओ की हाथापाई भी हो गई।

एआरटीओ अजीम खान ने बताया कि वह जिला मुख्यालय से सुमेरपुर में चार सहकर्मियों के साथ जीप से जा रहे थे। आधी रात के वक्त हरिहर महाविद्यालय के पास एक ढाबे पर पहले से ही घात लगाए बैठे तीन हमलावरों ने उनकी गाड़ी पर हमला कर दिया। वह गाड़ी में आगे बैठे थे। हमला होता देख चालक ने गाड़ी धीमी कर दी। तभी हमलावरों में एक मनीष सिंह निवासी कुंडौरा ने उन पर तमंचा तान दिया। उन्होंने उसको धक्का देकर चालक को गाड़ी बढ़ाने को कहा। इसके बाद भी वह लोग फायङ्क्षरग करते रहे। आगे जाकर गाड़ी रोक कर गार्ड ने बचाव में फायरिंग की। इस बीच गिरने से एक सिपाही राजकरन के पैरों में चोट आ गई। उनकी टीम द्वारा मोर्चा लेने पर तीनों हमलावर अंधेरे का फायदा उठा कर भाग निकले।

एआरटीओ के मुताबिक उन्होंने मनीष सिंह की एक गाड़ी 26 जून को कागजों में कमी के चलते बंद की थी। बाद में दस जुलाई को वह उसे छुड़ा कर ले गया था। इसी खुन्नस के चलते उसने हमला किया है। घटना में एक नामजद सहित दो अज्ञात लोगों के खिलाफ सुमेरपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

chat bot
आपका साथी