राज्यपाल ने देखी मंच पर बिखरी लोक संस्कृतियों की मनमोहक छटा

राज्यपाल राम नाईक ने संस्कृति उत्सव में कहा कि उप्र विविध संस्कृतियों का गुलदस्ता है। संयोग है कि उत्सव के अंतिम दिन नए सीएम का शपथ ग्रहण होगा।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Fri, 17 Mar 2017 07:13 PM (IST) Updated:Fri, 17 Mar 2017 07:58 PM (IST)
राज्यपाल ने देखी मंच पर बिखरी लोक संस्कृतियों की मनमोहक छटा
राज्यपाल ने देखी मंच पर बिखरी लोक संस्कृतियों की मनमोहक छटा
लखनऊ (जेएनएन)। राज्यपाल राम नाईक ने आज संस्कृति उत्सव में कहा कि उप्र विविध संस्कृतियों का गुलदस्ता है। यह सुखद संयोग है कि उत्सव के अंतिम दिन कांशीराम स्मृति उपवन में उत्तर प्रदेश के नए मुख्यमंत्री सहित मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह होगा। शपथ ग्रहण समारोह में कितने लोगों की भीड़ जुटेगी इस सवाल का उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
राज्यपाल ने संस्कृति विभाग उप्र की ओर से पहली बार लखनऊ संगीत नाटक अकादमी में संस्कृति उत्सव का आगाज किया गया। उत्सव का उद्घाटन कर राज्यपाल ने कहा कि दिल्ली देश की राजनीतिक राजधानी है, मुंबई आर्थिक राजधानी। काशी सांस्कृतिक राजधानी और लखनऊ कला और संस्कृति की राजधानी है। यहां विविध कलाओं और भाषा का मिलन है। अवधी पाक कला भी अपनी अलग विशेषता रखती है।
उन्होंने उत्सव में शामिल होने वाले कलाकारों का अभिनंदन किया। कहा कि संस्कृति विभाग उप्र, संस्कृति विभाग हरियाणा और भारत सरकार के उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की ओर से होने वाला यह उत्सव त्रिवेणी संगम जैसा है। राज्यपाल ने शुरू होने वाले भारतीय नववर्ष की लोगों को बधाई दी। इस मौके पर संस्कृति सचिव डॉ. हरिओम व सांस्कृतिक केंद्र की संयुक्त निदेशक अनुराधा गोयल सहित कई लोग उपस्थित रहे।
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