डरो मत हिम्मत से बढ़ो, कैंसर को जीता जा सकता : राम नाईक

राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि 60 साल की उम्र में कैंसर हुआ था। अब 85 साल का हूं और बिल्कुल स्वस्थ हूं।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 05 Feb 2019 09:43 AM (IST) Updated:Tue, 05 Feb 2019 09:43 AM (IST)
डरो मत हिम्मत से बढ़ो, कैंसर को जीता जा सकता : राम नाईक
डरो मत हिम्मत से बढ़ो, कैंसर को जीता जा सकता : राम नाईक

लखनऊ, जेएनएन। डरो मत हिम्मत से बढ़ो, कैंसर को जीता जा सकता है। यह मैं एक राज्यपाल के तौर पर नहीं बल्कि कैंसर पर जीत हासिल करने वाले सरवाइवर होने के नाते नसीहत दे रहा हूं। मुझे 60 साल की उम्र में कैंसर हुआ था। अब 85 साल का हूं और बिल्कुल स्वस्थ हूं। सोमवार को विश्व कैंसर दिवस के मौके पर इंडियन कैंसर सोसायटी (लखनऊ ब्रांच) द्वारा क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र में आयोजित 31वें वार्षिक समारोह में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल राम नाईक ने अपने अनुभवों से लोगों को जागरूक करने की कोशिश की। उन्होंने सोसायटी द्वारा प्रकाशित न्यूज लेटर, बुकलेट व स्मारिका का भी विमोचन किया।

राज्यपाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को कैंसर से बचाव के लिए जागरूक किया जाए। कैंसर का इलाज महंगा है यह गरीब अब अपने मन से निकाल दें क्योंकि पीएम नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना शुरू कर नई संजीवनी दी है। बता दें, कार्यक्रम में एम्स भोपाल के पूर्व निदेशक प्रो. संदीप कुमार, संस्था के संरक्षक व पूर्व विधायक विद्या सागर गुप्त व संस्था के सचिव प्रो. शैलेंद्र कुमार ने भी लोगों को संबोधित किया।

इनको मिला सम्मान 

कैंसर सोसायटी द्वारा आयोजित प्रतियोगिता के विजेताओं को उन्होंने सम्मानित किया। इसमें इटीएस की कोमल जैन, कैथीड्रल सीनियर सेकेंड्री स्कूल की तूलिका तथा अवध कॉलेज की अफसाना बानो ने सीनियर वर्ग में और एलपीएस के लक्ष्य, सेंट्रल एकेडमी के अनुपम तथा रेड रोज की सानिया परवीन को जूनियर वर्ग में क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार दिया गया। 

किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर कैंसर की जांच कराएं महिलाएं

महिलाओं में सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर और बच्चेदानी के मुंह का कैंसर होता है। सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए एचपीवी वैक्सीन मौजूद है, जिसे नौ वर्ष से लेकर 35 वर्ष की आयु में लगाया जाता है। महिलाओं को किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर कैंसर की नियमित जांच करवानी चाहिए। अगर ब्रेस्ट में किसी भी तरह की गांठ दिखे तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। यह जानकारी स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. रुखसाना खान व डॉ उर्मिला सिंह ने कैंसर जागरूकता रैली में लोगों को दीं।

आइएमए की ओर से केजीएमयू परिसर से लेकर न्यू ओपीडी ब्लॉक तक जागरूकता रैली निकाली गई। कैंसर इंस्टीट्यूट लखनऊ के निदेशक डॉ. शालिन कुमार ने रैली का उद्घाटन किया और कैंसर के बारे में लोगों को जागरूक किया। आइएमए अध्यक्ष डॉ. जीपी सिंह ने जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

कैंसर रोगियों के लिए पेन क्लीनिक का संचालन: अध्यक्ष डॉ. जीपी सिंह ने कहा कि आजकल मुख व लंग में होने वाले कैंसर खैनी खाने और बीड़ी पीने से अधिक हो रहे हैं। डॉ. सरिता ने बताया कि कैंसर के इलाज कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी में मरीजों को असहनीय पीड़ा होती है। इसके लिए केजीएमयू में एक पेन क्लीनिक का संचालन किया जाता है, जिसमें कैंसर में होने वाली पीड़ा का इलाज किया जाता है।

मेडिकोज ने प्ले बोर्ड लेकर कैंसर संबंधित स्लोगन से आम जनता को जागरूक किया। इस मौके पर आइएमए के सदस्य डॉ. राकेश सिंह, डॉ. सरिता सिंह, डॉ. संजय सक्सेना, डॉ. समित सेठ, डॉ. आशुतोष शर्मा आदि मौजूद रहे।

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