गरीब छात्रों को IAS-PCS मेंस की कोचिंग कराने के बदले नियम, अब अभ्यर्थियों को मिलेगी धनराशि

उत्तर प्रदेश सरकार ने आईएएस और पीसीएस प्री परीक्षा पास करने वाले गरीब छात्रों को मेंस की कोचिंग कराने के नियमों में बदलाव किया है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Mon, 04 May 2020 08:19 PM (IST) Updated:Tue, 05 May 2020 07:30 AM (IST)
गरीब छात्रों को IAS-PCS मेंस की कोचिंग कराने के बदले नियम, अब अभ्यर्थियों को मिलेगी धनराशि
गरीब छात्रों को IAS-PCS मेंस की कोचिंग कराने के बदले नियम, अब अभ्यर्थियों को मिलेगी धनराशि

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश सरकार ने आईएएस और पीसीएस प्री परीक्षा पास करने वाले गरीब छात्रों को मेंस की कोचिंग कराने के नियमों में बदलाव किया है। अब योगी सरकार कोचिंग संस्थानों को धनराशि देने के बजाय छात्रों को मुहैया कराएगी। यानी छात्रों को पहले अपने संसाधनों से दिल्ली, लखनऊ या प्रयागराज की कोचिंग संस्थानों में एडमिशन लेना होगा इसके बाद समाज कल्याण विभाग छात्रों को धनराशि वापस करेगा।

समाज कल्याण विभाग की यह योजना वर्ष 2008 से चल रही है। इसमें अनुसूचित जाति व सामान्य वर्ग के ऐसे गरीब छात्र-छात्राओं जिन्होंने आईएएस-पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा पास कर ली हो उन्हें मुख्य परीक्षा के लिए उकृष्ट कोचिंग संस्थानों में दाखिला दिलाया जाता है। इस योजना में 100 अभ्यर्थी सामान्य वर्ग के व 100 अभ्यर्थी अनुसूचित जाति वर्ग के लिए जाते हैं। हर साल प्रदेश सरकार दिल्ली, लखनऊ व प्रयागराज में स्थित कोचिंग संस्थान पहले छात्र-छात्राओं को दाखिला दे देते थे, इसके बाद सरकार उन्हें फीस देती थी, लेकिन कोचिंग संस्थान इसमें फर्जीवाड़ा करने लगे थे, इसलिए सरकार ने इस बार व्यवस्था में बदलाव किया है।

उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण विभाग ने वर्तमान वित्तीय वर्ष से इस योजना की धनराशि 45 हजार रुपये सीधे अभ्यर्थियों के बैंक खाते में भेजने का निर्णय लिया है। साथ ही 10 हजार रुपये भोजन एवं आवास व्यवस्था के लिए अलग से दिए जाएंगे। इस योजना का लाभ एक लाख रुपये तक सालाना आय वाले परिवारों के छात्र-छात्राएं ही उठा सकते हैं। सरकार ने 100 सामान्य वर्ग व 100 अनुसूचित जाति वर्ग के अभ्यॢथयों में से 25-25 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की हैं।

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