जालसाजों ने सैन्य अफसर व रिटायर्ड इंस्पेक्टर से लाखों ठगे

सैन्य अधिकारी का आरोप है कि उन्होंने बीते कुछ माह से जेल में बंद आरोपित विजेंद्र सिंह को प्लाट के लिए 10 लाख रुपये दिए थे। अब न जमीन दे रहा और न ही रुपये।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 17 Jan 2019 11:56 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jan 2019 11:56 AM (IST)
जालसाजों ने सैन्य अफसर व रिटायर्ड इंस्पेक्टर से लाखों ठगे
जालसाजों ने सैन्य अफसर व रिटायर्ड इंस्पेक्टर से लाखों ठगे

लखनऊ, जेएनएन। आशियाना क्षेत्र के एक सैन्य अधिकारी से जालसाजों ने 15 लाख रुपये ऐंठ लिए। वहीं, रिटायर्ड इंस्पेक्टर हरिहर नाथ मिश्र और अधिवक्ता प्रमोद कुमार शर्मा को फ्लैट दिलाने के नाम पर 12.42 लाख रुपये हड़प लिए। इंस्पेक्टर आशियाना अखिलेश चंद्र पांडेय के मुताबिक सैन्य अधिकारी का आरोप है कि उन्होंने बीते कुछ माह से जेल में बंद आरोपित विजेंद्र सिंह को प्लाट के लिए 10 लाख रुपये दिए थे।

विजेंद्र ने प्लाट दिखाने के लिए किसी शशांक के साथ उनके घर आया था। एयरपोर्ट के पास उन्होंने जमीन भी दिखाई थी। उसके बात तीन किस्तों में पांच लाख रुपये और ले लिए। जब रजिस्ट्री के लिए कहा तो टाल मटोल करते रहे। दबाव बनाने पर कहा कि प्लाट मालिक दिल्ली में रहता है। वह दिसंबर में आएगा। दिसंबर भी बीत गया पर रजिस्ट्री नहीं हो सकी। शशांक को कई फोन किए उसने भी कोई सकारात्मक उत्तर नहीं दिया। इसके बाद आरोपितों के खिलाफ थाने में तहरीर दी। इंस्पेक्टर ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

उधर, एल्डिको उद्यान निवासी हरिहरनाथ मिश्र क्राइम ब्रांच से रिटायर्ड इंस्पेक्टर हैं। उनका आरोप है कि वर्ष 2013 में उन्होंने ओमेगा इन्फ्रा बिल्ड कंपनी के मोहनलालगंज स्थित अपार्टमेंट में फ्लैट बुक कराया था। जिसका भुगतान जेल रोड स्थित कंपनी के दफ्तर में कर दिया गया था। कंपनी को कई किस्तों में 12.42 लाख रुपये बेटी श्वेता द्वारा दिए गए। वर्ष 2016 तक कंपनी क लोग फ्लैट नहीं दे सके। विरोध पर टाल मटोल करने लगे इसके बाद फ्लैट देने से मना कर दिया और धमकी दी। मामले की जानकारी पुलिस अधिकारियों को देकर आरोपित कंपनी के डायरेक्टर देवप्रिय दास और एचएच पटनायक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराया।

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