राजस्व परिषद के पूर्व निजी सचिव के नेपाल में छिपे होने की आशंका, 23 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली

राजस्व परिषद के पूर्व निजी सचिव विवेकानंद डोबरियाल के खिलाफ दो मई को एफआइआर दर्ज हुई थी लेकिन इतने दिन बीतने के बाद भी लखनऊ पुलिस के हाथ खाली हैं। सूत्रों को मुताबिक डोबरियाल नेपाल में शरण लिया है।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Wed, 25 May 2022 03:23 PM (IST) Updated:Wed, 25 May 2022 03:23 PM (IST)
राजस्व परिषद के पूर्व निजी सचिव के नेपाल में छिपे होने की आशंका, 23 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली
सेवानिवृत्त राजस्व कर्मी विवेकानंद डोबरियाल के नेपाल में छिपे होने की आशंका जताई जा रही है।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। सेवानिवृत्त राजस्व कर्मी विवेकानंद डोबरियाल के नेपाल में छिपे होने की आशंका जताई जा रही है। एफआइआर दर्ज होने के 23 दिन बाद भी एसटीएफ और लखनऊ पुलिस आरोपित को पकड़ नहीं पाई है। माना जा रहा है कि मुकदमा दर्ज होने से पहले ही डोबरियाल लखनऊ से भाग निकला था। आरोपित के गिरफ्तार न होने से पुलिस पर कई सवाल उठ रहे हैं। उधर, जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश की ओर से गठित की गई कमेटी की जांच में कई कर्मचारियों व अफसरों की लापरवाही उजागर होने की बात सामने आ रही है।

कमेटी के अध्यक्ष मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अश्वनी कुमार पांडे मंगलवार दोपहर अहिमामऊ में जमीनों की हेरफेर के मामले की जांच करने सरोजनीनगर तहसील पहुंचे थे। सीडीओ के पहुंचते ही राजस्व कर्मियों में अफरातफरी मच गई थी। लेखपालों के कार्यालय में ताले बंद हो गए। इस दौरान सीडीओ के साथ उप जिला अधिकारी सिद्धार्थ भी मौजूद थे। सीडीओ ने तहसील में करीब दो घंटे तक दस्तावेजों की पड़ताल की। उन्होंने इस प्रकरण से जुड़े पूर्व व वर्तमान कर्मचारियों व अधिकारियों के साथ बैठक भी की है और सभी पहलूओं पर जानकारी मांगी है।

ये है मामलाः राजस्व परिषद के चेयरमैन के सेवानिवृत्त निजी सचिव विवेकानंद डोबरियाल पर कैसरबाग कोतवाली में भ्रष्टाचार और वसूली की एफआइआर दर्ज कराई गई है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद डोबरियाल फरार हो गया था। डोबरियाल राजस्व कर्मचारियों पर दबाव बनाकर ट्रांसफर पोस्टिंग और जमीनों पर कब्जा आदि का खेल सालों से कर रहा था। शासन की सख्ती के बाद आरोपित पर कार्यवाही की गई है। कैसरबाग पुलिस ने विवेकानंद पर 50 हजार का इनाम भी घोषित किया है।

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