उत्तर प्रदेश में आफत बन बरस रहा पानी, बाढ़ और घर गिरने से छह की मौत

कई स्थानों पर गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। पीडि़तों को नाव से बाढ़ राहत शिविर पहुंचाया जा रहा है।

By Ashish MishraEdited By: Publish:Wed, 05 Sep 2018 10:31 AM (IST) Updated:Wed, 05 Sep 2018 10:31 AM (IST)
उत्तर प्रदेश में आफत बन बरस रहा पानी, बाढ़ और घर गिरने से छह की मौत
उत्तर प्रदेश में आफत बन बरस रहा पानी, बाढ़ और घर गिरने से छह की मौत

लखनऊ (जेएनएन)। आसमान से बारिश के रूप से टूट रही आफत से हो रहे हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे। प्रदेश में वर्षाजनित हादसों में छह लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हो गए। दूसरी ओर कई स्थानों पर गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। पीडि़तों को नाव से बाढ़ राहत शिविर पहुंचाया जा रहा है।

फतेहपुर में घर गिरने से मां-बेटे समेत पांच लोग मलबे में दब गए, जिसमें बेटी की मौत हो गई। उरई में कच्चे घर के दीवार ढहने से मलबे में दबकर बच्ची का मौत, भाई घायल हो गया।

उन्नाव में घर गिरने की घटना में एक महिला घायल हो गई। बाढ़ की तबाही से जूझ रहे फतेहपुर चौरासी में उल्टी-दस्त से पीडि़त युवक ने दम तोड़ दिया। औरैया में बारिश से दीवार के गीली होने से दो मकानों में उतरे करंट की चपेट में आकर युवती समेत दो की मौत हो गई। फर्रुखाबाद जिले के कायमगंज में तीन मंजिला दो इमारतें दरकने से दिन भर रही अफरातफरी। प्रशासन भवन को गिराने की तैयारी कर रहा है।

जौनपुर के जलालपुर थाना क्षेत्र के सिरकोनी बाजार में जर्जर मकान की दीवार धराशाई होने से एक महिला की मौत हो गई। वहीं बदली के बीच कानपुर में बारिश हुई लेकिन उमस बनी रही। बुंदेलखंड व मध्य उत्तर प्रदेश के जिलों में रिमझिम बारिश से मौसम सुहाना रहा। उन्नाव में सुबह गंगा का जलस्तर दो सेमी और बढ़कर खतरे के निशान 113 मी. से 8 सेमी ऊपर पहुंच गया। रविवार और फिर सोमवार को क्रमश: दो लाख दो हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बाढ़ का खतरा बढ़ाता रहेगा।

फतेहपुर में पानी के दबाव में बंधा टूटने से गांव तक पानी पहुंच गया। तीन गांवों से पलायन शुरू हो गया है। पीडि़तों को नाव से बाढ़ राहत शिविर पहुंचाया गया। कन्नौज में काली नदी उफनाने से जलालाबाद क्षेत्र में पानी घुस गया। 15 प्राथमिक स्कूल बंद कर दिए गए हैं। वाराणसी में गंगा बढ़ाव पर है। वरुणा नदी का पानी नीचले इलाकों में घुस गया है। बलिया में गंगा और घाघरा के पानी से घिरे गांवों के लोगों की दुश्वारियां कम होते नहीं दिख रही हैं।

मधुबन (मऊ) तहसील क्षेत्र के हाहानाला पर घाघरा के जलस्तर में दो सेमी की बढ़ोत्तरी होने से देवारा के साथ ही चक्कीमुसाडोही के ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। सोनभद्र में सोन नदी का पानी खतरे के निशान से चार मीटर नीचे था। हालांकि लगातार दूसरे दिन भी 24 घंटे के अंतराल में सोन के तटवर्ती इलाकों में 56.6 मिली मीटर बरसात दर्ज की गई है। चंदौली में कर्मनाशा नदी ने भी कहर ढाना शुरू कर दिया है। तटवर्ती इलाकों में पलायन की स्थिति है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में अगले दो दिन बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।

कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ तेज बारिश की भी संभावना है। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई। इलाहाबाद में गंगा और यमुना खतरे के निशान की ओर बढऩे लगी हैं। सोमवार शाम और मंगलवार शाम के बीच यमुना का जलस्तर लगभग डेढ़ मीटर तो गंगा का जलस्तर 70 सेमी बढ़ा है। संगम तट पर स्थित लेटे हनुमान मंदिर के गेट तक गंगा का पानी पहुंच गया है। उधर, जिले में बेलन, डूडिय़ारी व लपरी नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण बेलन नदी पर बना भोगन घाट का पुल रात से ही बंद हो गया है।

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