UP Flood Update: प्रदेश में कहर बरपा रहीं नदियां, घाघरा ने सैकड़ों बीघा फसलों को धारा में मिलाया
लखीमपुर बहराइच व बाराबंकी में बाढ़ ग्रस्त ईलाकों का हुआ हवाई सर्वेक्षण घाघरा और शारदा समेत कई नदियों में शुरू हुई कटान।
जेएनएन, लखनऊ। प्रदेश में कड़ी धूप व उमस के बीच तराई के जिलों में शनिवार दोपहर बारिश ने कुछ राहत दी। हालांकि कई जिलों में बाढ़ कहर बरपाती रही। कई जिलों में घाघरा और शारदा समेत अन्य नदियां घर और खेत का कटान कर खुद में समेटती जा रही हैं। शनिवार को प्रदेश सरकार के मंत्री अनिल राजभर और बलदेव सिंह ने लखीमपुर खीरी, बहराइच और बाराबंकी जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई मुआयना किया। साथ ही बाढ़ सहायता मसलों पर अधिकारियों के साथ समीक्षा कैठक की।
गोंडा में शनिवार को बारिश के बीच नदियों का जलस्तर स्थिर बना रहा। जबकि पहाड़ों पर बारिश होने से एक बार फिर बहराइच में घाघरा का जलस्तर बढऩे लगा है। शनिवार को झमाझम बारिश के बीच महसी तहसील क्षेत्र में 10 आशियाने व 20 बीघे जमीन घाघरा की धारा में समा गए। एल्गिन ब्रिज पर घाघरा खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर है।
सीतापुर में शारदा व घाघरा नदियों के जलस्तर में वृद्धि तो नहीं हुई लेकिन कटान जारी है। बाराबंकी में घाघरा नदी का जलस्तर धीरे-धीरे घट रहा है। लखीमपुर में शारदा नदी रैनी में कटान कर रही है। कई गांवों के वजूद पर खतरा मंडराने लगा है। रामनगर बगहा में घाघरा लहलहाती फसलों वाली जमीन को निगल रही है। तिकुनिया इलाके के नया ङ्क्षपड गांव में मोहाना नदी कहर बरपा रही है। अंबेडकरनगर में घाघरा जलस्तर गत शुक्रवार के सापेक्ष शनिवार को 23 सेंटीमीटर घटकर खतरे के निशान से 4 सेंमी. नीचे चला गया है। श्रावस्ती में राप्ती नदी खतरे के निशान से 35 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। बलरामपुर की सदर तहसील के कल्याणपुर गांव में प्राथमिक विद्यालय भवन का पिछला हिस्सा राप्ती नदी में समा गया।