वर्चस्व को लेकर इंट्रीग्रल यूनिवर्सिटी में चलीं गोलियां

वर्चस्व को लेकर इंट्रीग्रल यूनिवर्सिटी में छात्रों के दो गुटों में संघर्ष हो गया। घटना के दौरान गोलियां भी चलीं। इसमें एक गोली छात्र के कान को छूते हुए निकल गई।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Fri, 14 Sep 2018 07:46 PM (IST) Updated:Fri, 14 Sep 2018 07:46 PM (IST)
वर्चस्व को लेकर इंट्रीग्रल यूनिवर्सिटी में चलीं गोलियां
वर्चस्व को लेकर इंट्रीग्रल यूनिवर्सिटी में चलीं गोलियां

लखनऊ, जागरण संवाददाता: गुड़ंबा थाना क्षेत्र स्थित इंट्रीग्रल यूनिवर्सिटी में शुक्रवार दोपहर वर्चस्व को लेकर छात्रों के दो गुटों में संघर्ष हो गया। घटना के दौरान गोलियां भी चलीं। एक गोली छात्र के कान को छूते हुए निकल गई। विरोध पर आरोपित छात्रों ने उसकी तमंचे की बट, हॉकी और डंडों से पिटाई कर दी। गंभीर रूप से घायल छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एएसपी ट्रांसगोमती हरेंद्र कुमार के मुताबिक तहरीर पर 12 लोगों के खिलाफ जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज की गई है। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

बारांबकी के फतेहपुर निवासी राघवेंद्र सिंह इंट्रीग्रल यूनिवर्सिटी में एग्रीकल्चर बीएससी तृतीय वर्ष का छात्र है। दोपहर करीब बारह बजे एक दोस्त के साथ वह विवि परिसर में घूम रहा था। तभी बाराबंकी निवासी बीएससी तृतीय वर्ष के छात्र शिवम शुक्ला व उसका भाई शुभम शुक्ला, ओसामा, सुमित समेत आठ अज्ञात दोस्तों के साथ आया और गालीगलौज करते हुए हॉकी डंडे से पिटाई करने लगा। विरोध पर शिवम ने पिस्टल से राघवेंद्र पर फायर कर दिया। एक गोली कान को छूते हुए निकल गई। दूसरी मिस हो गई। तो आरोपितों ने राघवेंद्र के ऊपर तमंचे की बट से हमलाकर उसे लहूलुहान कर दिया। घटना के बाद आरोपित भाग निकले। राघवेंद्र सिंह ने बताया कि महीनेभर पहले आरोपित शिवम शुक्ला ने उससे कहा था कि एक ही जिले के रहने वाले हमारे साथ शामिल हो जाओ। राघवेंद्र सिंह ने उसकी बात नहीं मानी। यह बात शिवम व शुभम को खराब लगी और उन्होंने अन्य साथियों के साथ मिलकर उसकी पिटाई कर दी।

विवि प्रशासन का रवैया ढुलमुल

पुलिस के मुताबिक इंट्रीग्रल यूनिवर्सिटी प्रशासन के ढुलमुल रवैये से आएदिन मारपीट, पत्थरबाजी समेत अन्य घटनाएं होती रहती हैं। पुलिस को भी अधिकांश मामलों में अंदर जाने से रोक दिया जाता है, जिससे उपद्रवी छात्रों के हौसले बढ़ हुए हैं।

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