UP : बिल्डर को लाभ पहुंचाने में अधिशासी अभियंता तरुण कुमार बर्खास्त, ढाई करोड़ अवैध धन लेने का आरोप

नोएडा में में तैनात रहे एक अधिशासी अभियंता को तैनाती के दौरान ढाई करोड़ अवैध धन लेने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया है। इसके अलावा भी उनपर कई गंभीर आरोप लगे हैं। अब उनसे निगम को हुए चार लाख 66 हजार 764 रुपये की वसूली भी की जाएगी।

By Prabhapunj MishraEdited By: Publish:Sat, 21 May 2022 12:27 PM (IST) Updated:Sat, 21 May 2022 12:27 PM (IST)
UP : बिल्डर को लाभ पहुंचाने में अधिशासी अभियंता तरुण कुमार बर्खास्त, ढाई करोड़ अवैध धन लेने का आरोप
बिल्डर को लाभ पहुंचाने में अधिशासी अभियंता तरुण कुमार बर्खास्त

लखनऊ, राज्य ब्यूरो । विद्युत नगरीय वितरण खंड तृतीय नोएडा के अधिशासी अभियंता रहे तरुण कुमार पाठक को बर्खास्त कर दिया गया है। उन पर नोएडा में तैनाती के दौरान बिल्डर को लाभ पहुंचाने का गंभीर आरोप है। अभियंता पाठक को प्रथमदृष्टया दोषी पाए जाने के बाद जुलाई 2021 में ही निलंबित करके विस्तृत जांच कराई गई।

इसमें दोषी पाए जाने पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है। नोएडा में विद्युत नगरीय वितरण खंड तृतीय के अधिशासी अभियंता तरुण कुमार पाठक पर आरोप लगा था कि उन्होंने ढाई करोड़ रुपये लेकर बिल्डर को लाभ पहुंचाने के लिए बहुमंजिला भवन में नियम विरुद्ध तरीके से बिजली का कनेक्शन दिया।

इस मामले में उत्तरदायी मानते हुए पाठक को छह जुलाई 2021 को निलंबित करके प्रबंध निदेशक पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ से संबद्ध कर दिया गया। उनके विरुद्ध 12 जुलाई को अनुशासनिक जांच का जिम्मा मुख्य अभियंता पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ को सौंपा गया। जांच समिति ने पाठक 21 सितंबर को 10 बिंंदुओं वाला आरोपपत्र सौंपा।

उप्र पावर कारपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष एम देवराज ने बताया कि निलंबित अधिशासी अभियंता पाठक पर लगे 10 आरोपों में से नौ सही पाए गए और वे सभी गंभीर प्रकृति के हैं। साथ ही उन्होंने आचरण नियमावली का भी उल्लंघन किया है। ऐसे में उन्हें सेवा से बर्खास्त करने के साथ ही निगम को हुए चार लाख 66 हजार 764 रुपये की वसूली भी की जाएगी।

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