आठ सप्ताह से नहीं हुआ भुगतान, किसी भी दिन लखनऊ में बंद हो सकते हैं ई-सुविधा केंद्र Lucknow News
लखनऊ सहित मध्यांचल के अन्य जिलों में संचालित सभी ई-सुविधा केंद्र बंद करने की चेतावनी दी है।
लखनऊ, जेएनएन। बिजली उपभोक्ताओं के लिए जनवरी थोड़ा कष्टकारी हो सकता है। कार्यदायी संस्था ने प्रोजेक्ट निदेशक ई-सुविधा को पत्र लिखकर लखनऊ सहित मध्यांचल के अन्य जिलों में संचालित सभी ई-सुविधा केंद्र बंद करने की चेतावनी दी है। ऐसा हुआ तो करीब आठ लाख से अधिक बिजली उपभोक्ताओं को बिल जमा करने में मुश्किल होगी।
मध्यांचल के अंतर्गत करीब 177 ई-सुविधा केंद्र हैं। यहां प्रतिदिन लाखों रुपये राजस्व जमा होता है। अगर यह केंद्र बंद हुए तो बिजली विभाग को नुकसान के साथ-साथ उपभोक्ता भी परेशान होंगे। वजह, लाखों उपभोक्ता ऐसे हैं जो समय से बिल जमा करते हैं और काउंटर बंद होने पर उन्हें जुर्माना देना पड़ सकता है। वहीं, जिस बैंक में एक निर्धारित राशि बनाए रखने की शर्ते तय हैं, उसके खाते में पैसा न जाने से उसने खाता बंद करने की बात करना शुरू कर दिया है। खाते में तीस लाख रुपये का ट्रांजेक्शन रोजाना जरूरी है।
क्या है भुगतान का नियम: कार्यदायी संस्था को यूपीपीसीएल हर सप्ताह 25 लाख रुपये भुगतान करेगा। संस्था का तर्क है कि आठ सप्ताह से भुगतान नहीं हुआ है। इसके अलावा अन्य पेमेंट भी रुका हुआ है।
मेधज आइटीएस सीएमडी समीर त्रिपाठी ने बताया कि कई माह का पेमेंट न मिलने से कर्मियों को वेतन देने में परेशानी आ रही है। मजबूरन मध्यांचल के 177 ई सुविधा केंद्र किसी भी वक्त बंद करने पड़ सकते हैं।
ई सुविधा केंद्र राज्य समन्वयक राहुल पुरवार ने बताया कि यह सही है कि कई माह से पैसा नहीं मिला है। प्रयास जारी है कि भुगतान हो जाए। नौबत नहीं आएगी, जिससे ई सुविधा बंद हो।