जालसाजी में आर संस MD के बाद अब चालक भी अरेस्ट, दोनों पर 22 मुकदमे हैं दर्ज Lucknow News

एमडी की पूर्व में ही हो चुकी है गिरफ्तारी 22 मुकदमे हैं दर्ज। प्लॉट के नाम पर करोड़ों रुपयों की कर चुके हैं ठगी।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Tue, 08 Oct 2019 07:16 PM (IST) Updated:Wed, 09 Oct 2019 08:24 AM (IST)
जालसाजी में आर संस MD के बाद अब चालक भी अरेस्ट, दोनों पर 22 मुकदमे हैं दर्ज Lucknow News
जालसाजी में आर संस MD के बाद अब चालक भी अरेस्ट, दोनों पर 22 मुकदमे हैं दर्ज Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। आरसंस इंफ्रालैंड डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक आशीष श्रीवास्तव की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस ने उसके मुख्य कर्ताधर्ता व चालक बाराबंकी निवासी रामसेवक को भी गिरफ्तार कर लिया है। आशीष ने काफी जमीन रामसेवक के नाम भी करा रखा थी। रामसेवक ने कई प्लॉटों की रजिस्ट्री भी अपने हस्ताक्षर से करवाईं हैं।

दोनों पर करीब 22 मुकदमे पहले से दर्ज हैं। थाना गोमतीनगर पुलिस द्वारा प्लाट बेचने के नाम पर लाखों रुपए हड़पने वाले रामसेवक की गिरफ्तारी के बाद गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश की जा रही है। रामसेवक आरसंस कंपनी में कार्यरत था और लंबे समय से एमडी आशीष श्रीवास्तव की गाड़ी चला रहा था। एमडी उसपर इसकदर विश्वास करता था कि जिस भूमि से प्लॉट के टुकड़ों की रजिस्ट्री होती थी उसका काफी हिस्सा इसके नाम करवा रखा था। जालसाज रामसेवक एमडी का मुख्य नजदीकी था, जिससे ग्राहक आसानी से उसके झांसे में आ जाते थे और प्लॉट के नाम पर धन कंपनी में भी लगाते थे। गिरफ्तार शातिर जालसाज रामसेवक अपने गिरोह/ गैंग के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर आम जनमानस से प्लॉट देने के नाम पर लाखों रुपए हड़प लेता था।

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