हाथरस में अराजकता के लिए डीएम जिम्मेदार

हाथरस शहर में आज सांप्रदायिक संघर्ष को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक दिनेश कुमार ने जिलाधिकारी शमीम अहमद खान पर जोरदार निशाना साधा। आरोप लगाया कि वे समुदाय विशेष को संरक्षण दे रहे हैं, जबकि जरूररतमंदों को ठीक से इलाज तक नहीं मिल पा रहा।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Mon, 12 Jan 2015 09:45 PM (IST) Updated:Mon, 12 Jan 2015 09:50 PM (IST)
हाथरस में अराजकता के लिए डीएम जिम्मेदार

लखनऊ। हाथरस शहर में आज सांप्रदायिक संघर्ष को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक दिनेश कुमार ने जिलाधिकारी शमीम अहमद खान पर जोरदार निशाना साधा। आरोप लगाया कि वे समुदाय विशेष को संरक्षण दे रहे हैं, जबकि जरूररतमंदों को ठीक से इलाज तक नहीं मिल पा रहा।

संघ प्रांत प्रचारक का आरोप है कि डीएम के बतौर शमीम अहमद खान ने जब से हाथरस में चार्ज संभाला है, अराजकता का माहौल बन गया है। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज का युवक सोमवार को हमले में घायल होने के बाद सुबह रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थाने गया था। उसके साथ संघ परिवार से जुड़े लोग भी थे। मगर, डीएम के दबाव में रिपोर्ट नहीं लिखी गई। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि हमलावर दूसरे समुदाय के थे। डीआइजी के हस्तक्षेप के बाद रिपोर्ट दोपहर में दर्ज हो सकी।

प्रांत प्रचारक ने यह भी आरोप लगाया कि गोली लगने से घायल बालापट्टी के युवक को डॉक्टरों ने जिला अस्पताल से रेफर किया, लेकिन डीएम ने दबाव डालकर वहीं रुकवा दिया। उसका वहीं इलाज हो रहा है। उन्होंने शासन से शमीम अहमद खान को तत्काल डीएम पद से हटाने की मांग की। कहा कि हाथरस के बवाल की रिपोर्ट बनवा रहे हैं। इसे जल्द ही केंद्रीय गृह मंत्री व राज्यपाल को सौंपेंगे। डीएम शमीम अहमद खान ने संघ के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। डीएम ने कहा, 'वाल्मीकि समाज के लोग सुबह 10 बजे कोतवाली गए थे। सवा 10 बजे रिपोर्ट दर्ज हो गई। मैं खुद जिला अस्पताल जाकर घायलों से मिला। जिस युवक को गोली लगने की बात कही जा रही है, मैंने मेडिकल पैनल से जांच कराई। पैनल ने गोली लगने की बात खारिज कर दी। एक्स-रे में भी गोली लगने की पुष्टि नहीं हुई। युवक स्वस्थ है, लिहाजा, मेरे ऊपर अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं।

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