Lucknow University : संस्कृत को मृत लिखे जाने पर विभागाध्यक्ष के निलंबन की मांग, कुलपति को सौंपा ज्ञापन

लखनऊ विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग की ओर से आठ जुलाई को प्रस्तावित व्याख्यान के विषय में संस्कृत को मृत लिखे जाने का शुक्रवार को संस्कृत भारती ने कड़ा विरोध दर्ज कराया। संस्कृत भारती ने विभाग की हेड प्रो. रानू उनियाल के निलंबन की मांग की है।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Sat, 10 Jul 2021 11:16 AM (IST) Updated:Sat, 10 Jul 2021 11:16 AM (IST)
Lucknow University : संस्कृत को मृत लिखे जाने पर विभागाध्यक्ष के निलंबन की मांग, कुलपति को सौंपा ज्ञापन
लखनऊ विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग ने व्याख्यान के विषय में संस्कृत को लिखा था मृत।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग की ओर से आठ जुलाई को प्रस्तावित व्याख्यान के विषय में संस्कृत को मृत लिखे जाने का शुक्रवार को संस्कृत भारती ने कड़ा विरोध दर्ज कराया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय को ज्ञापन देकर विभाग की हेड प्रो. रानू उनियाल के निलंबन की मांग की है।

संस्कृत भारती अवध प्रांत के संपर्क प्रमुख जेपी सिंह और अध्यक्ष शोभनलाल उकील ने कुलपति को दिए ज्ञापन में कहा कि जो संस्कृत भाषा की अस्मिता है और भारतीय संविधान की सूचीबद्ध आधिकारिक भाषाओं में से एक है, उस संस्कृत को मृत बताना संविदा व देश के प्रति अनास्था प्रकट करने जैसा है। इसलिए अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्ष को निलंबित किया जाए। साथ ही, वह सार्वजनिक रूप से इस विषय के चयन के लिए माफी मांगें और अपना स्पष्टीकरण दें। अन्यथा विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग का घेराव किया जाएगा। ज्ञापन देने के मौके पर बृजेश बर्थवाल, हनुमंत सिंह, अनुज और रत्नेश भी मौजूद रहे। अंग्रेजी विभाग की ओर से तैयार किए गए व्याख्यान के विषय 'रीङ्क्षडग ट्रांसलेशन टुडे इंडियन पर्सपेक्टिव्स द राइज आफ मार्डन वर्नाकुलर्स एंड डेथ आफ संस्कृतÓ को लेकर गुरुवार को संस्कृत विभाग के शिक्षकों से काफी विरोध किया था, जिसके बाद कार्यक्रम स्थगित किया गया। विश्वविद्यालय का कहना था कि कार्यक्रम की अनुमति नहीं ली गई थी। इसलिए स्थगित किया गया।

बता दें कि लखनऊ विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग की ओर से गुरुवार को व्याख्यान आयोजित होना था। इस टापिक के नाम में संस्कृत को मृत बताने को लेकर विवाद खड़ा हो गया। ट्वीटर से लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (लूटा) के वाट्सअप ग्रुप पर संस्कृत विभाग के शिक्षकों ने जमकर विरोध किया। यही नहीं, महाविद्यालय के एक शिक्षक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्वीट करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की थी। दोपहर में विवाद बढ़ता देख विभागाध्यक्ष ने कार्यक्रम स्थगित कर दिया था। लविवि के अंग्रेजी विभाग की ओर से गुरुवार शाम साढ़े चार बजे से लेक्चर सीरिज के तहत आनलाइन व्याख्यान होना प्रस्तावित किया गया था। इसका टापिक ‘द राइज आफ मार्डन वर्नाकुलर एंड डेथ आफ संस्कृत : रीडिंग ईश्वर चंद्र विद्यासागर’ रखा गया। टापिक में संस्कृत को डेथ करने पर पूरा विवाद शुरू हुआ।

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