Coronavirus : सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा- सरकार डराकर नहीं, विश्वास में लेकर बढ़े आगे

Coronavirus सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आमजन से अपील की है कि जिनमें भी कोरोना वायरस के लक्षण दिखें उन्हें स्वयं जांच के लिए आगे आना चाहिए।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Thu, 16 Apr 2020 07:37 PM (IST) Updated:Thu, 16 Apr 2020 07:39 PM (IST)
Coronavirus : सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा- सरकार डराकर नहीं, विश्वास में लेकर बढ़े आगे
Coronavirus : सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा- सरकार डराकर नहीं, विश्वास में लेकर बढ़े आगे

लखनऊ, जेएनएन। Coronavirus : समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोनाकाल में सरकार को डराकर नहीं बल्कि सभी को विश्वास में लेकर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने आमजन से अपील की है कि जिनमें भी कोरोना वायरस के लक्षण दिखें, उन्हें स्वयं जांच के लिए आगे आना चाहिए। सभी को उन डॉक्टरों का भी सहयोग और सम्मान करना चाहिए, जो अपना जीवन दांव पर लगाकर आपकी जान बचा रहे हैं।

कोरोनाकाल में जिन्हें भी वायरस से पीड़ित होने के लक्षण दिखें उन्हें स्वयं जाँच के लिए आगे आना चाहिए व उन डॉक्टरों का सहयोग और सम्मान करना चाहिए जो अपना जीवन दाँव पर लगाकर आपकी जान बचा रहे हैं. सरकार को भी लोगों को डराकर नहीं बल्कि विश्वास में लेकर सभी के साथ आगे बढ़ना चाहिए.— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 16, 2020

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार को यमुना की रेत में पड़े भूखे-प्यासों के प्रति मानवीय संवेदना का परिचय देना चाहिए। क्या लॉकडाउन में दर-बदर ठोकर खाना उनकी नियति बन गई है? आखिर इसके लिए जिम्मेदार कौन है? सरकार को इसका समाधान तत्काल खोजना चाहिए। श्रमिकों का पलायन गंभीर समस्या है। अखिलेश ने कहा कि जैसे-जैसे जांच बढ़ेगी कोरोना संक्रमित मरीजों की वास्तविक संख्या सामने आएगी। उन्होंने सरकार से कोविड-19 जांच बढ़ाने और क्वारंटाइन सेंटरों की अव्यवस्था दूर करने की मांग की। 

शासन-प्रशासन से अपील है कि वे ‘राशन वितरण’ के मामले में आ रही अनियमितताओं का तुरंत संज्ञान ले और समुचित समाधान दे।

ये समय जनता की भूख और धैर्य की परीक्षा लेने का नहीं है।

— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 16, 2020

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि आगरा के क्वारंटाइन सेंटर में 20 से ज्यादा बच्चे दूध के लिए तड़पते रहे। तमाम दावों के बावजूद कई हॉटस्पॉट में फंसे लोगों की जिंदगी नर्क हो गई है। वहां लोगों को बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संकटकाल में सरकार को अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों का भी ख्याल रखना चाहिए। इमरजेंसी के इस दौर में सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं ही गरीबों का एक मात्र सहारा हैं। उन्होंने निश्चित दूरी बनाकर मरीजों की ओपीडी जल्द शुरू कराने की जरूरत बताई। अखिलेश यादव ने कहा कि आजकल तो केवल कोरोना संदिग्ध ही अस्पतालों में देखे जा रहे हैं। टेली-मेडिसिन का आम आदमी फायदा नहीं उठा सकते हैं।

chat bot
आपका साथी