राज्य निर्वाचन आयुक्त से मंत्री राजकिशोर की शिकायत

जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर समाजवादी पार्टी के 33 निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने के बाद भी सरकार जिलों में दमनात्मक कार्रवाई कर रही है। ऐसे ही एक प्रकरण में प्रदेश के मंत्री राजकिशोर की शिकायत राज्य निर्वाचन आयुक्त से की गई है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Mon, 04 Jan 2016 10:43 AM (IST) Updated:Mon, 04 Jan 2016 10:47 AM (IST)
राज्य निर्वाचन आयुक्त से मंत्री राजकिशोर की शिकायत

लखनऊ। जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर समाजवादी पार्टी के 33 निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने के बाद भी सरकार जिलों में दमनात्मक कार्रवाई कर रही है। ऐसे ही एक प्रकरण में प्रदेश के मंत्री राजकिशोर की शिकायत राज्य निर्वाचन आयुक्त से की गई है।

जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में अपने प्रत्याशी की जीत के लिए समाजवादी पार्टी ने जहां पूरी ताकत झोंक दी है, वहीं उसे अपने बागियों से कड़ी चुनौती मिल रही है। पार्टी ने कल गोरखपुर के पूर्व जिलाध्यक्ष राममिलन यादव, पूर्व प्रदेश सचिव कुंवर प्रताप सिंह सहित जिन तीन नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया वे अब खुलकर विरोध में आ गए हैं। दो दिन पहले सपा विधायक राजमति निषाद के बेटे अमरेंद्र निषाद ने भी अजय बहादुर यादव के नामांकन जुलूस में शामिल होकर और उन्हें खुला समर्थन की घोषणा कर पार्टी के सामने कठिन चुनौती पेश की है।

गोरखपुर में कल तीन नेताओं के निष्कासन का फरमान आने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष पद के प्रत्याशी अजय बहादुर के चुनाव प्रबंधन से जुड़े सपा के निष्कासित जिला प्रवक्ता कालीशंकर यादव ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र भेजकर प्रदेश सरकार के मंत्री राजकिशोर सिंह की शिकायत की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि जिला पंचायत चुनाव के मद्देनजर गोरखपुर के प्रभारी कैबिनेट मंत्री राज किशोर सिंह चुनाव जीतने के लिए सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं। जिला पंचायत सदस्यों को धमकाने के लिए वे प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस का सहयोग ले रहे हैं। उन्होंने इस पर भी आपत्ति जतायी है कि प्रभारी मंत्री के विभाग के प्रमुख सचिव को ही गोरखपुर का चुनाव का प्रेक्षक बनाया गया है। उन्होंने चुनाव होने तक मंत्री राजकिशोर के जिले में प्रवेश पर रोक लगाने और प्रेक्षक को बदलने की मांग की है। इस पत्र की प्रति इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को भी भेजी गयी है।

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