अब शहर के बीच में मिलेगा जंगल का नजारा, लखनऊ में बनेगा सिटी फॉरेस्ट Lucknow News

लखनऊ में जनेश्वर पार्क से 10 गुना कम खर्च पर बनेगा सिटी फारेस्ट। बसंतकुंज योजना के तहत बनेगा सिटी फॉरेस्ट।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 17 Sep 2019 06:33 PM (IST) Updated:Wed, 18 Sep 2019 08:15 AM (IST)
अब शहर के बीच में मिलेगा जंगल का नजारा, लखनऊ में बनेगा सिटी फॉरेस्ट Lucknow News
अब शहर के बीच में मिलेगा जंगल का नजारा, लखनऊ में बनेगा सिटी फॉरेस्ट Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन।  बसंतकुंज योजना में भी सिटी फारेस्ट लहलहाएगा, वो भी जनेश्वर मिश्र पार्क से 10 गुना कम खर्च पर। जी हां, जनेश्वर मिश्र पार्क पर भले ही 350 करोड़ रुपये खर्च किए गए हों मगर सिटी फारेस्ट पर केवल 38 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसकी डिजाइन फाइनल कर दी गई है। एक महीने के भीतर सिटी फारेस्ट में निर्माण शुरू कर दिया गया।

शासन की नीति के तहत घैला के पास सिटी फॉरेस्ट का निर्माण किया जाएगा। जिस तरह से गोमती नगर विस्तार में जनेश्वर मिश्र पार्क आकर्षण ठीक उसी तरह से सिटी फारेस्ट बसंतकुंज के लिए विशेष होगा। ये सिटी फॉरेस्ट करीब 165 एकड़ में विकसित होगा। इसमें अगर गोमती के दोनों ओर के तटों को मिला लिया जाएगा तो ये क्षेत्रफल लगभग 350 एकड़ हो जाएगा। नदी के दोनों ओर भी विकास किया जाएगा। इस संबंध में डिजाइन को एलडीए ने फाइनल कर दिया है यहां एक कच्ची झील बनाई जाएगी, जिसको गोमती से जोड़ कर सदानीरा बनाए जाने की तैयारी की जा रही है।

पक्के निर्माणों और दिखावे ने बढ़ाया जनेश्वर पार्क का खर्च

पक्के निर्माणों और दिखावे के लिए किए गए अनेक निर्माणों ने जनेश्वर पार्क का खर्च बहुत अधिक बढ़ा दिया था। जिससे करीब 350 करोड़ रुपये का खर्च हो गया था। यहां झील मानव निर्मित थी, जिसकी गहराई अधिक की गई। तल को पक्का कर दिया गया। जिससे पानी रीचार्ज किया जाना संभव नहीं था। बाद में झील की गहराई को कम करने के लिए बालू डाली गई। ये सारी वजहें खर्च बढ़ाने वाली रहीं।

क्या कहते हैं अधिकारी 

लविप्रा के उपाध्यक्ष प्रभु एन. सिंह ने बताया कि हम पूरी तरह से तैयारी कर रहे हैं। अगले माह तक सिटी फारेस्ट की टेंडर प्रक्रिया शुरू कर के काम होगा। हम यहां प्राकृतिक तरीके से विकास करेंगे। लकड़ी का उपयोग अधिक करेंगे। पक्का निर्माण नाममात्र को होगा। जिससे खर्च घटेगा, सुंदरता बढ़ेगी।

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