UP Assembly Election 2022: बसपा अध्यक्ष मायावती ने परखी बूथ स्तर तक चुनावी तैयारी
इसकी तैयारियों सहित संगठन की समीक्षा के लिए भी बसपा सुप्रीमो ने बुधवार को वरिष्ठ नेताओं और जिलाध्यक्षों के साथ बैठक की। उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव की चुनौतियों पर चर्चा करते हुए बूथ स्तर तक संगठन की तैयारियों सर्वसमाज में पार्टी के बढ़ते जनाधार की समीक्षा की।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। विधानसभा चुनाव में सत्ता हासिल करने के लिए बसपा प्रमुख मायावती ने भी अब जमीनी तैयारी शुरू कर दी है। प्रबुद्धजन सम्मेलनों के जरिए सोशल इंजीनियङ्क्षरग का दांव चल चुकीं पूर्व मुख्यमंत्री संगठन की ताकत दिखाने के लिए प्रयासरत हैं। मंगलवार को पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में वह घोषणा कर चुकी हैं कि नौ अक्टूबर को बसपा संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने प्रदेशभर के कार्यकर्ता और समर्थक लखनऊ आएंगे। इसकी तैयारियों सहित संगठन की समीक्षा के लिए भी बसपा सुप्रीमो ने बुधवार को कोआर्डिनेटरों और जिलाध्यक्षों के साथ बैठक की। उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव की चुनौतियों पर चर्चा करते हुए बूथ स्तर तक संगठन की तैयारियों, सर्वसमाज में पार्टी के बढ़ते जनाधार की समीक्षा की। पदाधिकारियों को युद्ध स्तर पर चुनावी तैयारियों में जुटने का निर्देश दिया।
यूपी में बीएसपी के वरिष्ठ पदाधिकारियों व जिला अध्यक्षों की अहम बैठक में खासकर आगामी विधानसभा आमचुनाव की चुनौतियों के मद्देनजर पोलिंग बूथ स्तर तक पार्टी संगठन की तैयारियों व सर्वसमाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने आदि की गहन समीक्षा व युद्ध स्तर पर सभी को कार्य करने का निर्देश। — Mayawati (@Mayawati) September 8, 2021
बैठक में बसपा प्रमुख ने कांशीराम की पुण्यतिथि पर नौ अक्टूबर को अबकी यहां आयोजित कार्यक्रम की तैयारियों के संबंध में भी पदाधिकारियों को निर्देश दिए। राजधानी में स्थित कांशीराम स्मारक स्थल पर बसपा के संस्थापक को श्रद्धांजलि देने मायावती खुद भी जाएंगी। कांशीराम को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रदेशभर से बड़ी संख्या में बसपा समर्थकों का जमावड़ा यहां होने की उम्मीद है। मायावती उन्हें संबोधित कर सकती हैं। चुनाव के पहले कार्यक्रम के लिए राजधानी में भारी-भीड़ जुटाकर बसपा विरोधियों को अपनी ताकत भी दिखाना चाहती हैं। सूत्रों के मुताबिक कार्यक्रम के लिए पदाधिकारियों को प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से कम से कम पांच बसों में कार्यकर्ताओं को यहां लाने के लिए कहा गया है। निजी वाहनों से भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को लाने के लिए कहा गया।