काठ प्रकरण : जमानत खारिज होने के बाद आर-पार के मूड में भाजपा

लखनऊ। मुरादाबाद में काठ के बवाल में गिरफ्तार सभी 60 लोगों की जमानत खारिज हो गई है। इसक

By Edited By: Publish:Thu, 17 Jul 2014 10:26 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jul 2014 10:26 AM (IST)
काठ प्रकरण : जमानत खारिज होने के बाद आर-पार के मूड में भाजपा

लखनऊ। मुरादाबाद में काठ के बवाल में गिरफ्तार सभी 60 लोगों की जमानत खारिज हो गई है। इसके बाद से भारतीय जनता पार्टी अब आर-पार के मूड में है। भाजपा के इस रुख से उत्तर प्रदेश में माहौल एक बार फिर बिगड़ने के आसार तेज हो गए हैं।

एडीजे तृतीय अजय त्यागी की कोर्ट में कल दोपहर जमानत पर बहस होने के बाद फैसला सुरक्षित कर लिया गया। इसके बाद न्यायाधीश ने शाम 5.45 बजे जमानत खारिज करने का निर्णय सुनाया। सभी लोगों को 4 जुलाई को मंदिर के लाउडस्पीकर को लेकर हुए बवाल के दौरान कांठ से गिरफ्तार किया गया था। इन पर सात क्रिमनल लॅा एक्ट सहित विभिन्न धाराएं लगाईं गई हैं। अवकाश से लौटे जिला जज सुखलाल ने जमानत फाइल को एडीजे तृतीय के कोर्ट में स्थानातरित किया था। कोर्ट ने टिप्पणी की है कि बवाल में डीएम घायल हुए हैं, यह गंभीर प्रवृत्ति का मामला है। इसलिए जमानत खारिज की जाती है।

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आर-पार के मूड में भाजपा

कांठ प्रकरण में उलझी भाजपा ने अब आर-पार को कमर कस ली है और क्षेत्रीय नेताओं के बजाए प्रदेश नेतृत्व ने कमान संभाल ली है। 26 जुलाई को कांठ थाने पर शक्ति प्रदर्शन होगा। एसएसपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी भाजपा सांसद व विधायक सभी पदाधिकारियों के साथ थाने में एकत्रित होंगे। प्रदेशभर में जिला केंद्रों पर धरना दिया जाएगा।

पार्टी मुख्यालय में प्रदेश पदाधिकारियोंकी बैठक के फैसलों की जानकारी प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने दी। उन्होंने कहा कि कांठ की लड़ाई कार्यकर्ताओं के मानसम्मान व मानवीय मूल्यों से जुड़ी है। भाजपा कार्यकर्ता एसएसपी मुरादाबाद की हठधर्मिता व राजनीतिक महत्वाकांक्षा का संवैधानिक विरोध करेंगे। भाजपा के प्रमुख पदाधिकारी के मुंह पर जूते मारने और अमानवीय कृत्य के खिलाफ एसएसपी पर मुकदमा दर्ज करा कर कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। 26 जुलाई को पश्चिम उप्र के सभी सासद व विधायक, प्रदेश पदाधिकारी, मोर्चा एवं प्रकोष्ठों के संयोजक काठ थाने पहुंचेंगे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराएंगे। रिपोर्ट दर्ज न होने की स्थिति में वहीं अगले कदम के बारे में फैसला होगा। वाजपेयी ने कहा कि किसी भी अप्रिय स्थिति के लिए सरकार ही जिम्मेदार होगी।

कांठ के साथ सिकंदराराऊ की घटना को जोड़ते हुए वाजपेयी ने कहा कि सरकार न मानी तो भाजपा व अपना दल के सांसद व विधायक मुख्यमंत्री व राज्यपाल से अपराधवृद्धि व लचर कानून व्यवस्था की शिकायतें दर्ज कराएंगे। मुख्यमंत्री से मिलने को समय मांगा जा रहा है।

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रामपुर में सरकार पर जमकर गरजे भाजपाई

कांठ प्रकरण में एकपक्षीय कार्रवाई के विरोध में कल रामपुर में भाजपाई प्रदेश सरकार पर जमकर बरसे। प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए दर्जनों कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा। भाजपा कार्यकर्ता 11 बजे मक्का मिल पर पार्टी कार्यालय पर एकत्र हुए। जिलाध्यक्ष बल्देव औलख ने कहा सपा सरकार तुष्टिकरण की नीति पर काम कर रही है। कांठ के अकबर पुर चैदरी में पुलिस ने जबरन मंदिर का ताला तोड़कर लाउडस्पीकर उतरवा दिया। पार्टीजनों को जेल में ठूंस दिया। सरकार की यह ज्यादती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ज्ञापन में गिरफ्तार 60 भाजपाइयों को तत्काल रिहा करने की मांग की गई है।

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कार्यकर्ता हेल्पलाइन स्थापित

कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न बढ़ने का मुद्दा बैठक में जोर-शोर से उठा। प्रदेश अध्यक्ष वाजपेयी ने कार्यकर्ता हेल्पलाइन स्थापित करने की जानकारी दी। उन्होने बताया कि कार्यकर्ता के साथ पार्टी तन-मन-धन व कानूनी रूप से मजबूती के साथ खड़ी रहेगी। हेल्पलाइन में दर्ज शिकायत का तुरन्त संज्ञान लेकर आवश्यक कार्रवाई होगी।

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आंदोलन से दूर रहेंगे केंद्रीय मंत्री

आंदोलन में केंद्रीय मंत्रियों की भागीदारी के सवाल पर वाजपेयी ने कहा कि नैतिक एवं कानूनी बाध्यता के चलते उनकी सक्रियता अनिवार्य नहीं है। उनके अलावा सभी सांसद व विधायक आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।

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