अटल को भारत रत्न मिलने पर बोलीं बहन, पंख होते तो उड़कर जाती

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को दिल्ली में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारत रत्न से सम्मानित किया तो आगरा के अलकापुरी में रहने वाली उनकी बहन कमला दीक्षित का मन कमल सा खिल गया। कहने लगीं कि यदि मेरेपंख होते तो उड़कर भाई के पास पहुंच जाती और इस ऐतिहासिक

By Nawal MishraEdited By: Publish:Fri, 27 Mar 2015 08:42 PM (IST) Updated:Fri, 27 Mar 2015 08:44 PM (IST)
अटल को भारत रत्न मिलने पर बोलीं बहन, पंख होते तो उड़कर जाती

लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को दिल्ली में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारत रत्न से सम्मानित किया तो आगरा के अलकापुरी में रहने वाली उनकी बहन कमला दीक्षित का मन कमल सा खिल गया। कहने लगीं कि यदि मेरेपंख होते तो उड़कर भाई के पास पहुंच जाती और इस ऐतिहासिक पल की साक्षी बनती। मगर सेहत नासाज होने के कारण भावनाओं पर नियंत्रण रखना पड़ा। वहीं उनके पैतृक गांव बटेश्वर में खुशी का आलम है।

बहन कमला दीक्षित कहती हैं कि अटल जी ने पूरा जीवन देश सेवा में लगा दिया। राष्ट्रपति द्वारा उनके आवास पर जाकर भारत रत्न प्रदान करने का फैसला सराहनीय है। वहीं, उनकी भांजा बहू और भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष निर्मला दीक्षित कहती हैं कि अटल जी को तो यह पुरस्कार बहुत पहले मिल जाना चाहिए था। फिर भी कोई बात नहीं देर आयद, दुरुस्त आयद। इस खुशी को बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है। वह कहती हैं कि ये अटल जी का नहीं राजनीति के पुरोधा का सम्मान है, जिन्होंने अपना लोहा राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मनवाया।

आज गर्व की अनुभूति

बटेश्वर के मूल निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता देवेंद्र वाजपेयी, अटल जी के रिश्ते के भाई हैं। कहते हैं कि उन्हें गर्व होता है कि वे उसी परिवार के सदस्य हैं जिसने देश को इतिहास रचने वाला देशभक्त नेता दिया है।

'आगरा ने फूलों से घायल कर दिया'

भाजपा के रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को राष्ट्रपति भारत रत्न प्रदान करने क्या पहुंचे, आगरा से जुड़ी उनकी यादें ताजा हो गईं। 1988 में हुए भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में बतौर मुख्य वक्ता वो सम्मिलित हुए थे। इस दौरान पुष्प वर्षा से ऐसा भव्य स्वागत हुआ कि अटल बिहारी ने मंच से खुद कहा कि आगरा ने फूलों से घायल कर दिया। कोठी मीना बाजार में 8 से 10 अप्रैल को भाजपा का राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ था। इससे पूर्व 6 और 7 अप्रैल को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी। भाजपा ब्रजक्षेत्र अध्यक्ष पुरुषोत्तम खंडेलवाल बताते हैं कि नौ अप्रैल को शोभायात्रा निकाली गई थी। शहर के सभी प्रमुख बाजारों ने अपने जिस के लिए वे प्रसिद्ध थे उसी के द्वार बनाए थे। पेठा बाजार ने पेठे का गेट, किनारी बाजार ने नारियल आदि का गेट बनाया था। बाजारों में दुकानों और मकानों की छत से पुष्प वर्षा की जा रही थी। वहीं, रथ में तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी के साथ अटल बिहारी वाजपेयी मौजूद थे।

चाट का रहा शौक

भाजपा नेता बताते हैं कि अटल बिहारी का आगरा और यहां के नेताओं से गहरा नाता था। तात्कालिक वरिष्ठ नेता भगवान शंकर रावत, राजकुमार सामा, रमेशकांत लवानिया, अमर सिंह वर्मा, सत्य प्रकाश विकल आदि उनके निकट थे। उनको पता था कि गोल गप्पे, समोसे, कचौड़ी किस बाजार की प्रसिद्ध हैं। हमसे भी एक बार उन्होंने बेलनगंज की कचौड़ी की फरमाइश की थी।

chat bot
आपका साथी