Balrampur Journalist Death Case : दो दिन में न हुआ राजफाश, तो बेटियों संग कर लूंगी आत्मदाह - पीड़ित पत्‍नी

Balrampur Journalist Death Case 27 नवंबर की रात पत्रकार राकेश सिंह निर्भीक के आवास में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। इसमें राकेश व उसके साथी विश्व हिंदू महासंघ के नगर उपाध्यक्ष पिंटू साहू की मौत हो गई।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Sun, 29 Nov 2020 03:31 PM (IST) Updated:Sun, 29 Nov 2020 03:31 PM (IST)
Balrampur Journalist Death Case : दो दिन में न हुआ राजफाश, तो बेटियों संग कर लूंगी आत्मदाह - पीड़ित पत्‍नी
बलरामपुर : 27 नवंबर की रात पत्रकार राकेश सिंह निर्भीक के आवास में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई।

बलरामपुर, जेएनएन। Balrampur Journalist Death Case : उत्‍तर प्रदेश के बलरामपुर में पत्रकार राकेश सिंह निर्भीक की दर्दनाक मौत पर पत्नी विभा  ने पुलिस पर अंगुलियांं उठाईं हैं। आरोप है कि पुलिस आरोपितों को बचाने में लगी है। घटना को लेकर पुलिस उसे तब तक गुमराह करती रही, जब तक पति ने दम नहीं तोड़ दिया। दो दिन के अंदर घटना का राजफाश न होने पर दोनों बेटियों के साथ जिलाधिकारी के सामने आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। बता दें, पत्रकार राकेश सिंह निर्भीक व उसके साथी विश्व हिंदू महासंघ के नगर उपाध्यक्ष पिंटू साहू की दर्दनाक मौत के मामले में पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है।  

सुनियोजित ढंग से की गई पति की हत्या 

विभा का कहना है कि उसके पति की सुनियोजित ढंग से हत्या की गई है। जिस कमरे में आग व विस्फोट के बाद दीवार ढही है, उसमें लगे एयर कंडिशनर का केबल तक नहीं जला है। 27 नवंबर की रात कमरे में जिस बेड पर राकेश व उसका साथी लेटा हुआ था, वह राख हो गया, लेकिन पास में रखी लकड़ी की छोटी अलमारी व कॉपी-किताब पर आंच तक नहीं आई। खिड़की के दरवाजे टूट गए, लेकिन उसकी जाली को कोई क्षति न हुई। बताया कि अमूमन कोई प्रार्थना पत्र देने व घटना होने पर पुलिस एक कदम आगे नहीं बढ़ाती है और इस घटना में इतनी सक्रिय हुई कि परिवारजन को भी सूचना देना मुनासिब नहीं समझा। घटना के बाद पुलिस राकेश को लेकर संयुक्त अस्पताल से लखनऊ चली गई। जब उसकी मौत हो गई, तब बताया गया। इस पूरी साजिश में पुलिस की मिलीभगत है।

अब कोई न बचा सहारा

रविवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच राकेश सिंह निर्भीक के शव को अंत्येष्टि के लिए राप्ती नदी के सिसई घाट ले जाया गया। पत्नी विभा कहती है कि दो बेटियों की परवरिश के लिए अब कोई सहारा नहीं बचा। इसके लिए सरकार उसे नौकरी दे। घटना का दो दिन में राजफाश न होने पर बेटियों के साथ डीएम के सामने आत्महदाह करने की चेतावनी दी।

घर पर नहीं थे पत्नी व बेटियां

घटना वाली रात पत्नी विभा सिंह निर्भीक व दोनों बेटियां घर पर नहीं थीं। रोते हुए पत्नी कह रही थी कि यह जानते तो छोड़ कर नहीं जाती। बताया कि वह नगर के नई बस्ती मुहल्ले में अपनी ननद के घर गुरुवार को गई थी। दोनों बेटियां रिधि व विधि भी उसी के साथ थी। घर पर कोई नहीं था। शनिवार भोर में घटना की सूचना मिलने पर परिवार के लोग पहुंचे।

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