बलरामपुर अस्पताल की RTPCR लैब ओवरलोड, क्षमता से अधिक आ रहे नमूने

लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल की कोरोना जांच की आरटीपीसीआर लैब ओवरलोड हुई। क्षमता से ज्यादा आ रहे हैं जांच के लिए नमूने स्टाफ की कमी के चलते देर से मिल रही जांच रिपोर्ट। जिसकी वजह से मरीजों को तीन तीन दिन बाद रिपोर्ट मिल रही है।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 09:10 AM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 09:10 AM (IST)
बलरामपुर अस्पताल की RTPCR लैब ओवरलोड, क्षमता से अधिक आ रहे नमूने
लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल की कोरोना जांच की आरटीपीसीआर लैब ओवरलोड।

लखनऊ, जेएनएन। बलरामपुर अस्पताल की आरटीपीसीआर लैब  कोविड मरीजों के सैंपल से ओवरलोड हो चुकी है। वहीं, लैब में स्टाफ की कमी के चलते मरीजों को जांच रिपोर्ट मिलने में देरी हो रही है जिससे पॉजिटिव मरीजों को इलाज मिलने में मुश्किलें आ रही है।

अस्पताल की आरटीपीसीआर लैब से मरीजों को तीन-तीन दिन बीत जाने के बाद भी कोरोना रिपोर्ट नहीं मिल रही है। ऐसे में, रिपोर्ट का इंतजार कर रहे मरीजों को मानसिक समस्‍या से भी जूझना पड़ रहा है। वहीं, सिविल हॉस्पिटल व सीएमओ कार्यालय से भेजे गए नमूनों की रिपोर्ट चार दिन बीतने के बाद भी नहीं मिली है जिससे मरीजों को रिपोर्ट के लिए भटकना पड़ रहा है। उधर रिपोर्ट के इंतजार में सिविल अस्पताल की इमरजेंसी व आइसोलेशन वार्ड भी फुल हो चुके हैं।
अभी तक बलरामपुर हॉस्पिटल में रोजाना करीब 200 से 300 सैंपल की जांच होती थी।मगर अस्पताल प्रशासन ने सिविल और सीएमओ को कोरोना सैंपल भेजने का पत्र दिया था ताकि लैब में रोजाना 500 सैंपल की जांच हो सके।
बीते 19 सितंबर को सिविल हॉस्पिटल से कई सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे लेकिन 23 सितंबर तक उनमें से कुछ नमूनों की ही रिपोर्ट आ सकी। यही हाल सीएमओ की तरफ से भेजे गए सैंपल का भी रहा। दोनों जगह मिलाकर रोजाना करीब 300 सैंपल भेजे जाते थे। बुधवार को बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. राजीव लोचन ने बताया कि बीते 21 सितंबर को सीएमओ कार्यालय से 500 सैंपल भेज दिए गए थे। इसके अलावा लोकबंधु, सिविल, डफरिन व अन्य जगहों से भी सैंपल भेजे जा रहे हैं जिससे जांच नमूनों की संख्या ओवरलोड हो चुकी है और हमारे पास माइक्रोबायोलॉजिस्ट सिर्फ एक है। इसके अलावा अन्य स्टाफ की भी कमी है। जिसके लिए एनएचएम व सीएमओ से मांग की है।
जांच रिपोर्ट पर भी उठ रहे सवाल
सिविल अस्पताल की तरफ से बलरामपुर अस्पताल की लैब में भेजे गए सैंपल में सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। ऐसे में, जांच रिपोर्ट पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। डॉक्टरों के मुताबिक इमरजेंसी व आइसोलेशन वार्ड में कई ऐसे मरीज भर्ती हैं जिनमें कोरोना के सभी लक्षण मिल रहे हैं। बावजूद इसके उन मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
 
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