वृंदावन में भोर की किरण के साथ बढ़ा आस्था का समंदर

लखनऊ। मथुरा-व़ंदावन में हरियाली तीज पर भोर की पहली किरण और सडकों पर भक्ति का सैलाब, टोि

By Edited By: Publish:Wed, 30 Jul 2014 01:24 PM (IST) Updated:Wed, 30 Jul 2014 01:24 PM (IST)
वृंदावन में भोर की किरण के साथ बढ़ा आस्था का समंदर

लखनऊ। मथुरा-व़ंदावन में हरियाली तीज पर भोर की पहली किरण और सडकों पर भक्ति का सैलाब, टोलियों में झुंड के झुंड चले आ रहे हिंडोले में विराजमान आराध्य बाकेबिहारी के दर्शन को। बाजार, कुंजगलियों और मंदिर के आसपास भक्तों की सर समंदर हिलोरे मारता रहा। चटक धूप और उमस से पसीने से तरबतर कठिनाइयों पर भारी पडती बाकेबिहारी के भक्तों की आस्था। तिलभर भी जगह नहीं दिखायी दे रही थी शहर में। उधर चप्पे-चप्पे पर तैनात पुलिस भीड़ को नियंत्रित करती रही।

ऐसा नजारा आज भोर से धार्मिक नगरी व़ंदावन में देखा गया। शाम को बाकेबिहारी स्वर्ण-रजत हिंडोले में विराजमान होकर भक्तों की आस्था की डोर से झूलेंगे। भक्तों में सबसे पहले दर्शन की इच्छा उन्हें मीलों दूर का लंबा सफर तय कर खींच लाई व़ंदावन में। मथुरा मार्ग, छटीकरा मार्ग और यमुना एक्सप्रेस वे के रास्ते पानीगाव पक्के पुलिस के निकट चार पहिया छोटे और बड़े वाहनों की लंबी कतार, इसके बाद धीरे-धीरे पैदल मंदिरों की ओर बढ़ते श्रद्धालुओं के कदम, महिलाओं की टोलियों में सावन की मल्हार की गूंज और बाकेबिहारी के जयकारों से गूंजायमान हो उठी धार्मिक नगरी की हर सडक, गली और मंदिर, मठ, आश्रम। भोर की पहली किरण के साथ शुरू हुआ भक्तों के आने का क्त्रम दिन चढने के साथ बढ़ता ही रहा। शहर में आने वाले हर मार्ग पर प्रवेश करने वालों भीड़ दिखाई दी।

बाकेबिहारी मंदिर, राधाबल्लभ मंदिर, राधादामोदर, राधारमण, राधाश्यामसुंदर, रंगजी, कात्यायनी, गोपेश्वर मंदिर में पैर रखने को जगह नहीं और परिक्रमा और यमुना में स्नान करने की होड़ में दिखायी दिये लाखों श्रद्धालु। अंदाजा यह कि शाम होते होते ढाई से तीन लाख भक्त अपने आराध्य को स्वर्ण-रजत हिंडोल में भक्ति की डोर से देंगे झोंके देगे।

चप्पे-चप्पे पर पुलिस

शहर के हर चौराहे तिराहें के अलावा बाके बिहारी मंदिर के चारों ओर प्रत्येक गली में थोड़ी-थोड़ी दूर पर पुलिस बल को तैनात किया गया था। मुदिर के अतिनिकट कुंज गलियों में सादा कपडो पर वर्दी में पुरूष व महिला पुलिस तैनात रही।

बेरीकेडिंग से वाहन न घुस सके

छटीकरा मार्ग, मथुरा मार्ग पर वाहनों को बेरीकेडिंग लगाकर रोक दिया गया। इस दौरान लाखों की भीड़ एक-एक किलोमीटर चलकर शहर के भीतर प्रवेश कर सकी। पुलिस ने टेंपो चालन पर भी प्रतिबंध लगा दिया इस कारण लोगों को परेशानी हुई। भीड़ में हजारों लोग पैदल चलकर शहर तक पहुंचे जब कि हजारों लोगों ने रिक्शे का सहारा लिया।

परिक्रमा को टूटती रही भीड

हरियाली तीज पर विभिन्न प्रातों से आये हजारों लोगों ने परिक्रमा लगाई। परिक्रमार्थियों की टोली मंगल गीत गाती हुई परिक्रमा करती रही। हजारों ने जयश्रीकृष्ण और राधारानी के जयकारी लगाये। पूरा परिक्त्रमा मार्ग भीड से भरा रहा। करीब एक लाख के करीब लोगों ने परिक्रमा लगाई।

जगह-जगह लगे भंडारे और प्याउ

शहर में बोके बिहारी मंदिर, परिक्रमा मार्ग के अनेक दर्जनों स्थानों के अलावा, मथुरा और , छटीकरा मार्ग पर भंडारे और प्याउ समाजसेवियों द़वारा लगाये गये। इसमें लाखें की भीड ने भाग लिया। पानी की प्याउ पर हर जगह भीड़ देखी गई।

बेरीकेडिंग पर भारी मशक्कत

बाके बिहारी के हिंडोला दर्शन को आने वाले लोगों की भीड़ के कारण शहर में प्रवेश को प्रेम मंदिर और मथुरा मार्ग पर कैलाश नगर मोड़ पर लगाई बेरीकेडिंग पर आपाधापी बनी रही। एक ओर वाहनों की भीड़ तो दूसरी ओर पैदल राहगीरों की भीड़ उमड़ती रही। इस दौरान यातायात व्यवस्था सुचारु बनाये रखने को पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी।

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