सपा संग्राम- अब अखिलेश के करीबी मंत्री पवन पांडे समाजवादी पार्टी से बर्खास्त

एमएलसी अाशु मलिक को चाटा मारने वाले मंत्री पवन पांडेय को समाजवादी पार्टी से छह साल के लिये निकाल दिया गया है। यह घोषणा अाज सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने की है।

By Ashish MishraEdited By: Publish:Wed, 26 Oct 2016 10:26 AM (IST) Updated:Wed, 26 Oct 2016 12:35 PM (IST)
सपा संग्राम- अब अखिलेश के करीबी मंत्री पवन पांडे समाजवादी पार्टी से बर्खास्त

लखनऊ (जेएनएन)। एमएलसी अाशु मलिक को चाटा मारने के अारोप में राज्यमंत्री पवन पांडे को समाजवादी पार्टी से छह साल के लिये निकाल दिया गया है। यह घोषणा अाज सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने की है। शिवपाल यादव ने पार्टी ऑफिस में पदाधिकारियों की बैठक के बाद यह फैसला लिया है। शिवपाल पांच नवंबर को पार्टी के स्थापना की रजत जयंती समारोह की तैयारियों का जायजा ले रहे हैं।गौरतलब है कि लगातार अखिलेश समर्थकों को पार्टी से निकाला जा रहा है। पहले यूथ विंग के अध्यक्षों को फिर एमएलसी उदयवीर सिंह को पार्टी से निकाला गया। सोमवार को रामगोपाल यादव को छह साल के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। अब मंत्री पवन पांडे पर गाज गिरी है।

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पार्टी ऑफिस में एक प्रेस कांफ्रेंस कर सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल ने इसकी जानकार दी। उन्होंने कहा, “तेज नारायण पांडे उर्फ़ पवन पांडे राज्य मंत्री को एमएलसी आशु मलिक के साथ मारपीट करने, अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने की वजह से पार्टी से छह साल के निष्कासित किया जाता है।”
शिवपाल ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को भी एक पत्र लिखा है जिसमे पवन पांडे को मंत्रीमंडल से बर्खास्त करने की मांग की गई है। शिवपाल ने कहा कि कोई भी व्यक्ति जो पार्टी में अनुशासनहीनता करेगा, गुंडई करेगा, जमीन पर कब्ज़ा करेगा वो पार्टी में नहीं रहेगा। हालांकि शिवपाल ने एक बार फिर कहा कि पार्टी में कोई मतभेद नहीं है नेताजी का जो आदेश होगा वह सब मानेंगे।

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आशु मालिक को मुख्यमंत्री आवास में पीटने का आरोप
बताते चलें कि सोमवार को पार्टी ऑफिस में छीनाझपटी के बाद आशु मलिक ने आरोप लगाया था कि पांच केडी मुख्यमंत्री आवास पर मंत्री पवन पांडे और भदौरिया ने उन्हें पीटा था। इसकी शिकायत उन्होंने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह से भी की थी। हालांकि मंत्री पवन पांडे ने आशु मलिक के आरोपों को खारिज करते हुए उन पर झूठ बोलने का आरोप लगाया था। पवन पांडे ने लाहा था कि आशु झूठ बोल रहे हैं। यह उन्हें बदनाम करने की साजिश है। पांडे ने सवाल पूछा था कि क्या कोई मुख्यमंत्री आवास में किसी को मार सकता है जहां इतनी सुरक्षा होती है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री आवास पर हर वक्त सुरक्षाकर्मी मौजूद होते हैं। हर कोने में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। बिना उन्हें देखे और सुरक्षा अधिकारियों से बात किए मेरे खिलाफ एक्शन लिया गया। अगर जांच की गई होती तो अच्छा था। ये एक तरफा निर्णय है, लेकिन मुझे कोई अफसोस नहीं है।

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कौन हैं पवन पांडे?
पवन पांडे सपा के युवा नेता हैं। उन्होंने 2012 विधान सभा चुनावों में फैजाबाद से पांच बार के बीजेपी विधायक लल्लू सिंह को हराकर समाजवादी पार्टी को जीत दिलाई थी। 1991 के बाद पहली बार सपा यहां जीत सकी थी। इसी का इनाम अखिलेश यादव ने उन्हें मंत्री बनाकर दिया था।

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