माया 'सूर्पणखा' और स्वाती 'दुर्गा' के पोस्टर लगाने वालों पर मुकदमा

एक बार फि‍र विवादित पोस्‍टर लगाते हुए मायावती को 'सूर्पणखा' और दयाशंकर सिंह की पत्‍नी स्‍वाती को 'दुर्गा' बताया गया। पोस्‍टर में यूपी बीजेपी अध्‍यक्ष केशव मौर्य को राम दिखाया गया

By Ashish MishraEdited By: Publish:Tue, 26 Jul 2016 03:22 PM (IST) Updated:Tue, 26 Jul 2016 09:07 PM (IST)
माया 'सूर्पणखा' और स्वाती  'दुर्गा' के पोस्टर लगाने वालों पर मुकदमा

इलाहाबाद (जेएनएन)। इलाहाबाद काफी से पोस्टर पालिटिक्कस का केंद्र बनता जा रहा है। यहां के सुभाष चौक पर लगाए गए विवादित पोस्टर चर्चा में आए हैं। अब ताज राजनीतिक घटनाक्रम पर एक और विवादित पोस्टर सामने आया है। इसमें मायावती को 'सूर्पणखा' और दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाती को 'दुर्गा' बताया गया। पोस्टर में केशव मौर्य राम और दयाशंकर लक्ष्मण के रूप में है। इस पोस्टर को लेकर स्थानीय बसपा नेता आंदोलित हो गए और थाने का घेराव कर पोस्टर लगाने वालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।

दयाशंकर की पत्नी स्वाती की तबियत बिगड़ी

दयाशंकर सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट

पोस्टर जारी करने वाले छात्र नेता अनुराग शुक्ला का कहना है कि दयाशंकर ने जिस शब्द का प्रयोग किया है, उसका मतलब है कि बिजनेस करने वाली। रुपए लेकर टिकट दे रही हैं तो बिजनेस ही तो है। अनुराग ने कहा कि अगर इतना कहने पर बुरा लगा तो बीएसपी क्या कर रही है? गंदी-गंदी गालियां दे रही है। दयाशंकर को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है और उनके नाम से एफआईआर हो गई। उनको जेल भेजने की मांग हो रही है। ऐसे में मायावती को भी जेल भेजना चाहिए। बताते चलें कि दयाशंकर सिंह बीजेपी यूपी के उपाध्यक्ष थे। मायावती किसी को एक करोड़ रुपए में टिकट देती हैं। अगर कोई एक घंटे बाद ही दो करोड़ देता है तो उसको टिकट दे देती हैं और शाम को अगर कोई तीन करोड़ देने वाला मिलता है तो उसे दे देती हैं। इस बयान के बाद देश के कई राज्यों में बवाल मच गया था। बसपाइयों ने लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान बैनरों पर दयाशंकर, उनकी बहन और बेटी के बारे में आपत्तिजनक बातें लिखी थीं। इसके जवाब में स्वाती सिंह ने बसपा कार्यकर्ताओं पर जमकर निशाना साधा और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। इस दौरान मायावती और दयाशंकर की पत्नी के बीच बयानबाजी हुई। मायावती ने गाली के विरोध में गाली देने पर अपने वर्कर्स का बचाव किया। उन्होंने कहा कि ऐसा दयाशंकर को एहसास दिलाने के लिए कहा गया।

मायावती के पोस्टर पर थाने का घेराव

बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ विवादित पोस्टर लगाए जाने से पार्टी नेता आक्रोशित हो गए। बसपा कार्यकर्ताओं ने सिविल लाइंस थाने का घेराव कर पोस्टर लगाने वाले आरक्षण मुक्त महासंग्राम के संयोजक व सह संयोजक के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। आरक्षण मुक्त महासंग्राम के संयोजक अनुराग शुक्ला व सह संयोजक संजय कुमार सोनकर की ओर से यह विवादित पोस्टर लगाया गया था। इसमें बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य, नसीमुद्दीन सिद्दीकी और सतीश चंद्र मिश्र के लिए अलग-अलग विशेषण हैं। पोस्टर की जानकारी बसपा नेताओं को हुई तो वह भड़क गए। शाम करीब छह बजे बसपा के करछना विधायक दीपक पटेल, कौशांबी के चायल विधायक आसिफ जाफरी, जोनल कोआर्डिनेटर अशोक गौतम आदि ने सिविल लाइंस थाने का घेराव किया। सिविल लाइंस इंस्पेक्टर महेश पांडेय का कहना है कि मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।

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