अपने-अपने दल में बगावत कर चुकीं कांग्रेस विधायक अदिति सिंह व बसपा विधायक वंदना सिंह भाजपा में शामिल

UP Assembly Election 2022 विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी को बड़ा झटका लगा है। रायबरेली की सदर सीट से कांग्रेस की बागी विधायक अदिति सिंह और आजमगढ़ के सगड़ी सीट से बसपा विधायक वंदना सिंह ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 02:59 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 07:00 AM (IST)
अपने-अपने दल में बगावत कर चुकीं कांग्रेस विधायक अदिति सिंह व बसपा विधायक वंदना सिंह भाजपा में शामिल
कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह व वंदना सिंह ने ज्वाइन की भाजपा।

लखनऊ, जेएनएन। अपने-अपने दल में बगावत का बिगुल पहले ही फूंक चुकीं रायबरेली की सदर सीट से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह और आजमगढ़ के सगड़ी सीट से बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की विधायक वंदना सिंह ने आखिरकार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थाम ही लिया। हर एक कदम से कोई संदेश देने का प्रयास राजनीतिक दल करते हैं। अदिति सिंह के पाला बदलने को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के गढ़ रायबरेली में दरार मान रही भाजपा वंदना सिंह के साथ आने से सपा मुखिया अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में जमीन मजबूत होते देख रही है। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह बोले भी हैं कि यह दोनों महिला विधायक सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और डिंपल यादव को टक्कर देंगी।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपनी ताकत बढ़ाने के लिए भाजपा ने दूसरे दलों पर भी नजरें गढ़ा दी हैं। पिछले दिनों पार्टी के सीतापुर विधायक राकेश राठौर सपा में शामिल हुए तो उसके बाद भाजपा ने चार सपा एमएलसी तोड़ लिए। अन्य दलों में भगदड़ का संदेश यही संदेश देने के लिए बुधवार को दो विधायकों को पार्टी की सदस्यता दिला दी। रायबरेली के सदर से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह और आजमगढ़ के सगड़ी क्षेत्र से बसपा विधायक वंदना सिंह शाम करीब पांच बजे भाजपा मुख्यालय पहुंचीं, जहां प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने उन्हें भाजपा में शामिल कराया।

महिला विधायकों का स्वागत करते हुए प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव ने उम्म्मीद जताई कि इनके आने से पार्टी मजबूत होगी। साथ ही बोले कि इनमें अदिति सिंह तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के गढ़ रायबरेली से हैं और वंदना सिंह आजमगढ़ की मजबूत नेता हैं, जो सपा मुखिया अखिलेश यादव का संसदीय क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि यह दोनों महिला विधायक सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और डिंपल यादव को टक्कर देंगी।

इन दोनों के दोबारा अपनी-अपनी सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर स्वतंत्र देव सिंह बोले कि यह फैसला पार्टी का संसदीय बोर्ड करेगा। हालांकि, मीडिया से बातचीत में अदिति सिंह ने भरोसा दिखाया कि वह मोदी-योगी की नीतियों से प्रभावित होकर आई हैं और फिर अपनी सीट से विधान सभा चुनाव जीतकर भाजपा को मजबूत करेंगी। जब उनसे सवाल पूछा गया कि उनके पति अंगद सिंह पंजाब से कांग्रेस के विधायक हैं और वह खुद भाजपा में क्यों? तो बोलीं कि यह अपना-अपना स्टैंड है। इस अवसर पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व ज्वाइनिंग कमेटी के अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी और प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह भी उपस्थित थे।

बता दें कि रायबरेली सदर से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह काफी समय से कांग्रेस की आलोचना और भारतीय जनता पार्टी की सरकार की नीतियों की सराहना करती आ रही थीं। इसके लिए कांग्रेस पार्टी उनको नोटिस भी दे चुकी है। पिछले दिनों तो अदिति सिंह ने साफ कह दिया था कि वह सीएम योगी आदित्यनाथ की टीम का हिस्सा बनना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि सीएम योगी सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री हैं और उनकी टीम का हिस्सा बनकर अपनी विधानसभा के लिए ज्यादा बेहतर कर सकूंगी।

अदिति सिंह ने कहा था कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी केवल स्टंट कर रही हैं। अगर वह महिलाओं के लिए जागरूक होती तो सबसे पहले अपने निजी सचिव संदीप सिंह के खिलाफ कार्रवाई करतीं, जिस पर महिला से छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज हुआ है। अदिति का यह भी कहना है कि कांग्रेस महासचिव सिर्फ राजनीति कर रही है। उनके पास अब मुद्दे नहीं बचे हैं। 

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