अखिलेश का दर्द छलका, कहा, बेहद करीबियों ने धोखा दिया

सपा अध्यक्ष बनने के बाद वह पहली बार पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को संबोधित कर रहे थे, इसी दौरान उन्होंने यह बात कही।

By amal chowdhuryEdited By: Publish:Sun, 26 Mar 2017 03:23 PM (IST) Updated:Sun, 26 Mar 2017 08:31 PM (IST)
अखिलेश का दर्द छलका, कहा, बेहद करीबियों ने धोखा दिया
अखिलेश का दर्द छलका, कहा, बेहद करीबियों ने धोखा दिया

लखनऊ (राज्य ब्यूरो)। विधानसभा चुनाव में हार के कारण तलाश रहे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का दर्द अब जुबां तक आ गया है। कल पार्टी के रणनीतिकारों के बीच उन्होंने कहा, 'मेरे बेहद करीबियों ने धोखा दिया, वे बताते कुछ रहे और जमीन पर हकीकत कुछ और थी।'

उन्होंने कहा कि समाजवादी रहे अति पिछड़ों को साथ जोड़ने में कमी रह गई। एक जनवरी 2017 को सपा अध्यक्ष बनने के बाद वह पहली बार पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को संबोधित कर रहे थे। अखिलेश यादव ने कहा कि हार के कारणों की गहराई से समीक्षा हो रही है। भितरघाती के रूप में चिह्न्ति लोगों पर कार्रवाई होगी। यादव ने सदस्यता अभियान पर जोर देते हुए कहा कि पार्टी संघर्ष के बल पर सत्ता में लौटती रही है और फिर से लौटेंगे। जनता के बीच संघर्ष का संदेश भी दिया। इससे पहले राष्ट्रीय कार्यकारिणी में हिस्सा ले रहे 31 में से 30 सदस्यों ने पार्टी के संविधान में संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की।

यह भी पढ़ें: समाजवादी पार्टी के संविधान में बदलाव, 30 सितंबर को नये अध्यक्ष का चयन

इसके जरिये राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल तीन से बढ़ाकर पांच साल कर दिया गया। महासचिवों की संख्या सात से बढ़कर दस कर दी गई। इनमें से एक को प्रमुख महासचिव बनाने का निर्णय हुआ। यह पहली बार सृजित किया गया है। 30 सितंबर तक संगठनात्मक चुनाव कराने का निर्णय भी लिया गया। इससे पहले प्रो.राम गोपाल यादव ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी में रखे जाने वाले प्रस्तावों की जानकारी दी।

यह भी पढ़ें: कभी गिरा पंखा तो कभी टूटा मंच, हादसों से रहा है लालू का पुराना नाता

chat bot
आपका साथी