केजीएमयू में मुफ्त भर्ती का आदेश के बाद भी मरीजों से जारी वसूली
लखनऊ (जागरण संवाददाता)। ट्रामा सेंटर में मुफ्त भर्ती का आदेश कागजों में कैद होकर रह गया। जिम्मेदार आ
लखनऊ (जागरण संवाददाता)। ट्रामा सेंटर में मुफ्त भर्ती का आदेश कागजों में कैद होकर रह गया। जिम्मेदार आइटी सेल के पाले में गेंद फेंक कर शांत हो गए हैं। वहीं मरीजों और परिजनों का भटकना जारी है।
दरअसल केजीएमयू प्रशासन गत एक महीने से ट्रामा सेंटर में मुफ्त भर्ती करने की तैयारी कर रहा था। वहीं गुरुवार को इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को 300 रुपये शुल्क माफ करने का आदेश भी जारी कर दिया। ऐसे में जिम्मेदारों ने 24 घंटे में आदेश लागू होने का दावा किया, मगर पांच दिन बीत जाने के बावजूद मरीजों को राहत नहीं मिली है। ऐसे में मरीजों को समयगत इलाज मिलना मुश्किल बना हुआ है। साथ ही परिजनों का काउंटरों पर भटकना जारी है।
एक-दूसरे पर झाड़ा पल्ला
ट्रामा प्रभारी डॉ.संदीप तिवारी ने कहा कि आइटी सेल से अभी सिस्टम अपडेट नहीं हुए हैं। इसकी वजह से मरीजों को मुफ्त भर्ती का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उधर, आइटी सेल के इंचार्ज डॉ. संदीप भट्टाचार्य ने कहा कि अचानक आदेश जारी कर दिया गया, पहले से कोई सूचना नहीं थी। ऐसे में काम किया जा रहा है। मंगलवार तक सिस्टम अपडेट हो जाएगा।
रोज 150 लोगों को लग रहा चूना
ट्रामा सेंटर में हर रोज 150 के करीब मरीज भर्ती होते हैं। इनसे 50 रुपये पंजीकरण व 250 रुपये भर्ती के वसूलना जारी हैं। गरीब मरीजों को भी राहत नहीं मिल पा रही है।
सर्वर गड़बड़, मरीज परेशान
केजीएमयू में सोमवार को मरीजों की भीड़ उमड़ी। इस दौरान ओपीडी में सर्वर डाउन हो गया। सभी कम्प्यूटर हैंग हो गए। ऐसे में नेफ्रोलॉजी समेत अन्य विभागों के मरीजों ने हंगामा किया।